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क्रिकेट है ब्लेक का पहला प्यार, सचिन और सहवाग के हैं फैन
नई दिल्ली। योहान ब्लेक किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। ब्लेक की काबिलियत का अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सका है कि महानतम एथलीट का दर्जा पा चुके उसेन बोल्ट के युग में पैदा होने के बावजूद उन्होंने अपनी चमक से एथलेटिक्स जगत को चकाचौंध किया। ब्लेक एथलेटिक्स जगत में एक बड़ा नाम है और दुनिया भर में उनके करोड़ों फैन्स हैं, लेकिन खुद ब्लेक सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के फैन हैं।
जमैका का यह ओलंपिक और विश्व चैम्पियन एथलीट एक खास मकसद से भारत आया हुआ है। भारत में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में करीब 1.5 लाख लोगों की मौत होती है और ब्लेक चाहते हैं कि भारतीय सड़क सुरक्षा को गम्भीरता से लें क्योंकि मानव संसाधन की इस तरह की हानि से किसी देश को भारी आर्थिक और सामाजिक नुकसान होता है।
सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अगले साल फरवरी में भारत में खेली जाने वाली रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज के प्रोमोशन के लिए भारत आए ब्लेक ने अपना यह संदेश प्रसारित करने के बाद भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता पर ध्यान केंद्रित किया और कहा कि वह एथलेटिक्स से अधिक क्रिकेट से प्यार करते हैं और वह सचिन और सहवाग के फैन हैं।
ब्लेक की तरह सचिन और सहवाग ने भी फर्राटेदार क्रिकेट खेली है। जिस तरह ब्लेक ने बोल्ट से लगातार मिल रही प्रतिस्पर्धा के बावजूद एथलेटिक्स में अपनी चमक लगातार बनाए रखी उसी तरह सहवाग ने सचिन के युग में पैदा होने के बावजूद अपनी एक अलग पहचान बनाई और खुद को दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों की सूची में पहले स्थान पर रखा। जहां तक सचिन की बात है तो उन्होंने अपनी विस्फोटक शैली से भारतीय क्रिकेट को नया मिजाज दिया। वह भारत के पहले मास्टर ब्लास्टर कहलाए।
एथलेटिक्स के साथ-साथ क्रिकेट को लेकर ब्लेक की सोच बिल्कुल साफ है। अगले साल होने वाला टोक्यो ओलंपिक उनका अंतिम ओलंपिक है और इसके बाद वह क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। ब्लेक इंडियन प्रीयिमर लीग (आईपीएल) क्लब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर, काउंटी क्लब यार्कशायर के लिए खेलना चाहते हैं। यही नहीं, उनकी इच्छा वेस्टइंडीज के लिए भी खेलने की थी, लेकिन वह शायद अब पूरी न हो। ब्लेक के अलावा बोल्ट ने भी एथलेटिक्स से संन्यास लेने के बाद पेशेवर फुटबाल खेलने की इच्छा जाहिर की थी और वह खेले भी।
ऐसा नहीं है कि ब्लेक का क्रिकेट से कोई नाता नहीं है। एक समय वह किंग्सटन क्रिकेट क्लब के लिए खेला करते थे। एक गेंदबाज के तौर पर ब्लेक ने एक बार गेंदबाजी करते हुए 10 रन देकर चार विकेट भी लिए थे। क्रिकेट के प्रति प्यार ही ब्लेक को 2012 में लॉर्ड्स ले गया था, जहां 16 अगस्त को उन्होंने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टेस्ट मैच से पहले मैच शुरू करने की औपचारिक घंटी बजाई थी। वह ऐसा करने वाले पहले गैर-पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी बने थे।
ब्लेक ने इसी साल दो ऐसे बयान दिए, जिनसे साबित होता है कि क्रिकेट के प्रति उनका प्यार लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ब्लेक ने सितम्बर में एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह अपने पसंदीदा क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करते हुए आउट करना चाहते हैं। इस पर सचिन ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि वह भी जमैकन सुपरस्टार की गेंदों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
ब्लेक ने लिखा था, "मैं समझता हूं कि मैं सचिन को आउट कर सकता हूं। यह मेरे जीवन का लक्ष्य है।"
जमैका का यह ओलंपिक और विश्व चैम्पियन एथलीट एक खास मकसद से भारत आया हुआ है। भारत में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में करीब 1.5 लाख लोगों की मौत होती है और ब्लेक चाहते हैं कि भारतीय सड़क सुरक्षा को गम्भीरता से लें क्योंकि मानव संसाधन की इस तरह की हानि से किसी देश को भारी आर्थिक और सामाजिक नुकसान होता है।
सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अगले साल फरवरी में भारत में खेली जाने वाली रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज के प्रोमोशन के लिए भारत आए ब्लेक ने अपना यह संदेश प्रसारित करने के बाद भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता पर ध्यान केंद्रित किया और कहा कि वह एथलेटिक्स से अधिक क्रिकेट से प्यार करते हैं और वह सचिन और सहवाग के फैन हैं।
ब्लेक की तरह सचिन और सहवाग ने भी फर्राटेदार क्रिकेट खेली है। जिस तरह ब्लेक ने बोल्ट से लगातार मिल रही प्रतिस्पर्धा के बावजूद एथलेटिक्स में अपनी चमक लगातार बनाए रखी उसी तरह सहवाग ने सचिन के युग में पैदा होने के बावजूद अपनी एक अलग पहचान बनाई और खुद को दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों की सूची में पहले स्थान पर रखा। जहां तक सचिन की बात है तो उन्होंने अपनी विस्फोटक शैली से भारतीय क्रिकेट को नया मिजाज दिया। वह भारत के पहले मास्टर ब्लास्टर कहलाए।
एथलेटिक्स के साथ-साथ क्रिकेट को लेकर ब्लेक की सोच बिल्कुल साफ है। अगले साल होने वाला टोक्यो ओलंपिक उनका अंतिम ओलंपिक है और इसके बाद वह क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। ब्लेक इंडियन प्रीयिमर लीग (आईपीएल) क्लब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर, काउंटी क्लब यार्कशायर के लिए खेलना चाहते हैं। यही नहीं, उनकी इच्छा वेस्टइंडीज के लिए भी खेलने की थी, लेकिन वह शायद अब पूरी न हो। ब्लेक के अलावा बोल्ट ने भी एथलेटिक्स से संन्यास लेने के बाद पेशेवर फुटबाल खेलने की इच्छा जाहिर की थी और वह खेले भी।
ऐसा नहीं है कि ब्लेक का क्रिकेट से कोई नाता नहीं है। एक समय वह किंग्सटन क्रिकेट क्लब के लिए खेला करते थे। एक गेंदबाज के तौर पर ब्लेक ने एक बार गेंदबाजी करते हुए 10 रन देकर चार विकेट भी लिए थे। क्रिकेट के प्रति प्यार ही ब्लेक को 2012 में लॉर्ड्स ले गया था, जहां 16 अगस्त को उन्होंने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टेस्ट मैच से पहले मैच शुरू करने की औपचारिक घंटी बजाई थी। वह ऐसा करने वाले पहले गैर-पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी बने थे।
ब्लेक ने इसी साल दो ऐसे बयान दिए, जिनसे साबित होता है कि क्रिकेट के प्रति उनका प्यार लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ब्लेक ने सितम्बर में एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह अपने पसंदीदा क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करते हुए आउट करना चाहते हैं। इस पर सचिन ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि वह भी जमैकन सुपरस्टार की गेंदों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
ब्लेक ने लिखा था, "मैं समझता हूं कि मैं सचिन को आउट कर सकता हूं। यह मेरे जीवन का लक्ष्य है।"
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