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साल 2018 : राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में भारतीयों ने लहराया तिरंगा

नई दिल्ली। इस साल अप्रैल में गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों और अगस्त में इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए एशियाई खेलों में भारतीयों ने अपने प्रदर्शन से विश्व पटल पर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के कुल 218 खिलाड़ी मैदान में उतरे, जहां उसने 16 खेलों में कुल 66 पदक अपनी झोली में डाले। भारत इस प्रतियोगिता में 26 स्वर्ण, 20 रजत और इतने ही कांस्य पदकों के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर रहा।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को सबसे ज्यादा निशानेबाजी में 16 पदक मिले। इसके अलावा कुश्ती में उसे 12, मुक्केबाजी और भारोत्तोलन में 9-9, टेबल टेनिस में 8, बैडमिंटन में 6, एथलेटिक्स में 3, स्क्वैश में दो, पैरा पावरलिफ्टिंग में एक। एथलेटिक्स में भारत के लिए नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में ऐतिहासिक स्वर्ण जीता। नीरज खेलों के इतिहास में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
उनके अलावा सीमा पूनिया ने चक्का फेंक में रजत और नवजीत ढिल्लन ने कांस्य जीतकर देश को दोहरी सफलता दिलाई। बैडमिंटन में भारत के लिए सायना नेहवाल ने महिला एकल में स्वर्ण जीता। इसके अलावा भारत को मिश्रित टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण मिला। भारत को तीन रजत भी मिले। पुरुष युगल में सात्विक रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने रजत, महिला एकल में पीवी सिंधु ने रजत और एन. सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य जीता।
मुक्केबाजों ने तीन स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। गौरव सोलंकी ने पुरुषों के 52 किग्रा में स्वर्ण और विकास कृष्ण ने 75 किग्रा में सोना हासिल किया। महिलाओं के 45-48 किग्रा में दिग्गज मुक्केबाज एम.सी मैरी कॉम ने स्वर्णिम पंच लगाया। इसके अलावा सतीश कुमार, अमित और मनीष कौशिक ने अपने-अपने भार वर्ग में रजत अपने नाम किया। वहीं, हुसामुद्दीन मोहम्मद, मनोज कुमार नमन तंवर को कांस्य मिला।
पैरा पावरलिफ्टिंग में सचिन चौधरी ने पुरुषों की हैवीवेट कटेगरी में भारत को एक कांस्य पदक दिलाया। निशानेबाजी में भारतीय निशानेबाजों ने जमकर पदक पर निशाने लगाए। भारत ने इस स्पर्धा में सात स्वर्ण समेत कुल 16 पदक जीते। पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीतू राय और 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में अनीष भानवाल ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल-3 पोजीशन स्पर्धा में स्वर्ण हासिल किया।
अनीष भारत के सबसे कम उम्र के पदक जीतने वाले खिलाड़ी बने। महिला निशानेबाजों ने भी चार स्वर्ण जीते। इनमें 16 साल की मनु भाकेर, हीना सिद्धू, तेजस्विनी सावंत और श्रेयसी सिंह ने अपने-अपने स्पर्धा में सोने पर निशाना लगाया।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को सबसे ज्यादा निशानेबाजी में 16 पदक मिले। इसके अलावा कुश्ती में उसे 12, मुक्केबाजी और भारोत्तोलन में 9-9, टेबल टेनिस में 8, बैडमिंटन में 6, एथलेटिक्स में 3, स्क्वैश में दो, पैरा पावरलिफ्टिंग में एक। एथलेटिक्स में भारत के लिए नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में ऐतिहासिक स्वर्ण जीता। नीरज खेलों के इतिहास में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
उनके अलावा सीमा पूनिया ने चक्का फेंक में रजत और नवजीत ढिल्लन ने कांस्य जीतकर देश को दोहरी सफलता दिलाई। बैडमिंटन में भारत के लिए सायना नेहवाल ने महिला एकल में स्वर्ण जीता। इसके अलावा भारत को मिश्रित टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण मिला। भारत को तीन रजत भी मिले। पुरुष युगल में सात्विक रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने रजत, महिला एकल में पीवी सिंधु ने रजत और एन. सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य जीता।
मुक्केबाजों ने तीन स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। गौरव सोलंकी ने पुरुषों के 52 किग्रा में स्वर्ण और विकास कृष्ण ने 75 किग्रा में सोना हासिल किया। महिलाओं के 45-48 किग्रा में दिग्गज मुक्केबाज एम.सी मैरी कॉम ने स्वर्णिम पंच लगाया। इसके अलावा सतीश कुमार, अमित और मनीष कौशिक ने अपने-अपने भार वर्ग में रजत अपने नाम किया। वहीं, हुसामुद्दीन मोहम्मद, मनोज कुमार नमन तंवर को कांस्य मिला।
पैरा पावरलिफ्टिंग में सचिन चौधरी ने पुरुषों की हैवीवेट कटेगरी में भारत को एक कांस्य पदक दिलाया। निशानेबाजी में भारतीय निशानेबाजों ने जमकर पदक पर निशाने लगाए। भारत ने इस स्पर्धा में सात स्वर्ण समेत कुल 16 पदक जीते। पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीतू राय और 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में अनीष भानवाल ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल-3 पोजीशन स्पर्धा में स्वर्ण हासिल किया।
अनीष भारत के सबसे कम उम्र के पदक जीतने वाले खिलाड़ी बने। महिला निशानेबाजों ने भी चार स्वर्ण जीते। इनमें 16 साल की मनु भाकेर, हीना सिद्धू, तेजस्विनी सावंत और श्रेयसी सिंह ने अपने-अपने स्पर्धा में सोने पर निशाना लगाया।
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