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साल 2018 : फ्रांस ने जीता फीफा विश्व कप, भारत को मिली ऐतिहासिक सफलता
भारत ने चीन के लिए खिलाफ उसी के घर में ऐतिहासिक दोस्ताना मैच भी खेला जो
गोलरहित ड्रॉ रहा। भारत की अंडर-20 फुटबॉल टीम ने भी अर्जेंटीना के खिलाफ
ऐतिहासिक जीत दर्ज की। टीम ने अगस्त में स्पेन के वालेंसिया में कोटीफ कप
के मैच में अर्जेंटीना को 2-1 से हराया। हालांकि, भारत की अंडर-17 टीम 2019
में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने के बेहद करीब पहुंचकर चूक
गई। क्वालीफायर्स के क्वार्टर फाइनल में कोरिया ने भारत को 1-0 से मात दे
बाहर कर दिया।
क्लब स्तर पर भी यह साल हर साल की तरह रोमांचक रहा। दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में मैनचेस्टर सिटी का दबदबा देखने को मिला, जिसने एक सीजन में सबसे ज्यादा 106 गोल दागकर खिताब अपने नाम किया। सिटी ईपीएल के इतिहास में 100 अंक अर्जित करने वाली पहली टीम भी बनी और कुल 38 में से 32 मैचों में जीत दर्ज करते हुए रिकॉर्ड स्थापित किया। स्पेनिश दिग्गज रियल मेड्रिड ने जिनेदिन जिदान के मार्गदर्शन में लगातार तीसरी बार यूरोपीय चैम्पियंस लीग का खिताब जीता।
रियल का यह 13वां चैम्पियंस लीग खिताब था और सीजन के अंत में टीम के स्टार खिलाड़ी रोनाल्डो को भी लगा कि अब उन्हें मेड्रिड का दामन छोड़ एक नई चुनौती का सामना करना चाहिए। वह 2018-19 सीजन की शुरुआत से पहले 10 करोड़ डॉलर की ट्रांसफर फीस पर इटली लीग की चैम्पियन जुवेंतस में शामिल हुए और अब तक टीम के लिए उनका प्रदर्शन दमदार रहा है। ईपीएल क्लब चेल्सी ने स्पेन के प्रतिभाशाली गोलकीपर केपा अरीर्जाब्लागा को रिकॉर्ड 9.28 करोड़ डॉलर में खरीदा।
ब्राजील के गोलकपीर एलिसन बेकर भी 7.25 करोड़ डॉलर की ट्रांसफर फीस पर लिवरपूल में शामिल हुए जो फिलहाल, तालिका में शीर्ष पर कायम है। जिदान ने जहां रियल के साथ तीसरी बार चैम्पियंस लीग का खिताब जीतने के बाद अपनी इच्छा से क्लब छोड़ दिया, वहीं जुलने लोप्तेगुई को क्लब के खराब प्रदर्शन के कारण मुख्य कोच के पद से बर्खास्त कर दिया गया। दूसरी ओर, इस सीजन मैनचेस्टर युनाइटेड के खराब प्रदर्शन के कारण जोस मोरिन्हो को भी क्लब से अलग होना पड़ा।
युनाइटेड ने मोरिन्हो की जगह क्लब के दिग्गज खिलाड़ी रह चुके ओले गुनार सोलशायर को 2018-19 सीजन के अंत तक क्लब का अंतरिम कोच नियुक्त किया। इधर, भारत की घरेलू फुटबॉल लीग भी कम दिलचस्प नहीं रही। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में चेन्नईयन एफसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरी बार खिताब अपने नाम किया, लेकिन 2018-19 सीजन में अब तक उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और वह प्लेऑफ की रेस से पहले ही बाहर हो चुकी है। बेंगलुरू एफसी तालिका में शीर्ष पर है।
क्लब स्तर पर भी यह साल हर साल की तरह रोमांचक रहा। दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में मैनचेस्टर सिटी का दबदबा देखने को मिला, जिसने एक सीजन में सबसे ज्यादा 106 गोल दागकर खिताब अपने नाम किया। सिटी ईपीएल के इतिहास में 100 अंक अर्जित करने वाली पहली टीम भी बनी और कुल 38 में से 32 मैचों में जीत दर्ज करते हुए रिकॉर्ड स्थापित किया। स्पेनिश दिग्गज रियल मेड्रिड ने जिनेदिन जिदान के मार्गदर्शन में लगातार तीसरी बार यूरोपीय चैम्पियंस लीग का खिताब जीता।
रियल का यह 13वां चैम्पियंस लीग खिताब था और सीजन के अंत में टीम के स्टार खिलाड़ी रोनाल्डो को भी लगा कि अब उन्हें मेड्रिड का दामन छोड़ एक नई चुनौती का सामना करना चाहिए। वह 2018-19 सीजन की शुरुआत से पहले 10 करोड़ डॉलर की ट्रांसफर फीस पर इटली लीग की चैम्पियन जुवेंतस में शामिल हुए और अब तक टीम के लिए उनका प्रदर्शन दमदार रहा है। ईपीएल क्लब चेल्सी ने स्पेन के प्रतिभाशाली गोलकीपर केपा अरीर्जाब्लागा को रिकॉर्ड 9.28 करोड़ डॉलर में खरीदा।
ब्राजील के गोलकपीर एलिसन बेकर भी 7.25 करोड़ डॉलर की ट्रांसफर फीस पर लिवरपूल में शामिल हुए जो फिलहाल, तालिका में शीर्ष पर कायम है। जिदान ने जहां रियल के साथ तीसरी बार चैम्पियंस लीग का खिताब जीतने के बाद अपनी इच्छा से क्लब छोड़ दिया, वहीं जुलने लोप्तेगुई को क्लब के खराब प्रदर्शन के कारण मुख्य कोच के पद से बर्खास्त कर दिया गया। दूसरी ओर, इस सीजन मैनचेस्टर युनाइटेड के खराब प्रदर्शन के कारण जोस मोरिन्हो को भी क्लब से अलग होना पड़ा।
युनाइटेड ने मोरिन्हो की जगह क्लब के दिग्गज खिलाड़ी रह चुके ओले गुनार सोलशायर को 2018-19 सीजन के अंत तक क्लब का अंतरिम कोच नियुक्त किया। इधर, भारत की घरेलू फुटबॉल लीग भी कम दिलचस्प नहीं रही। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में चेन्नईयन एफसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरी बार खिताब अपने नाम किया, लेकिन 2018-19 सीजन में अब तक उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और वह प्लेऑफ की रेस से पहले ही बाहर हो चुकी है। बेंगलुरू एफसी तालिका में शीर्ष पर है।
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