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विश्व कप : आज पहले मैच में इंग्लैंड से भिड़ेगी भारतीय महिला टीम
भारतीय टीम वर्तमान में अच्छी फॉर्म में हैं। पिछले दो वर्षों में अपने
अच्छे प्रदर्शन के दम पर महिला हॉकी टीम ने विश्व रैंकिंग में 10वां स्थान
हासिल कर लिया है। टीम में वंदना कटारिया जैसी अनुभवी खिलाड़ी के साथ-साथ
नई स्ट्राइकर भी हैं। ऐसे में उनके पास गुरजीत कौर के रूप में अच्छी ड्रेग
फ्लिकर हैं, जो विश्व की बेहतरीन खिलाडिय़ों में से एक है। इसके अलावा, टीम
में दीपिका, लालरेमसियामी जैसी खिलाडिय़ों के अलावा, अनुभवी गोलकीपर सविता
सिंह भी हैं।
भारतीय टीम का पहला लक्ष्य इस टूर्नामेंट में पूल स्तर की प्रतिस्पर्धा से निकलना होगा। इंग्लैंड के बाद भारतीय टीम का सामना 26 जुलाई को वल्र्ड नम्बर-16 आयरलैंड और 29 जुलाई को वल्र्ड नम्बर-7 अमेरिका की टीमों से होगा। टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरेन का मानना है कि इस टूर्नामेंट में भारतीय महिलाएं एक टीम के रूप में आगे बढ़ सकती हैं।
रानी पर टीम अकेले निर्भर नहीं कर सकती है। सभी को सकारात्मक रूप से आगे बढऩा जरूरी है। भारतीय टीम भले ही पूल स्तर से आगे बढ़ जाए, लेकिन खिताब तक पहुंचने के लिए उसे नीदरलैंड्स, अर्जेंटीना और जर्मनी जैसी मजबूत टीमों की बाधाओं को पार करना होगा। यहीं उसकी असली परीक्षा होगी।
भारतीय टीम का पहला लक्ष्य इस टूर्नामेंट में पूल स्तर की प्रतिस्पर्धा से निकलना होगा। इंग्लैंड के बाद भारतीय टीम का सामना 26 जुलाई को वल्र्ड नम्बर-16 आयरलैंड और 29 जुलाई को वल्र्ड नम्बर-7 अमेरिका की टीमों से होगा। टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरेन का मानना है कि इस टूर्नामेंट में भारतीय महिलाएं एक टीम के रूप में आगे बढ़ सकती हैं।
रानी पर टीम अकेले निर्भर नहीं कर सकती है। सभी को सकारात्मक रूप से आगे बढऩा जरूरी है। भारतीय टीम भले ही पूल स्तर से आगे बढ़ जाए, लेकिन खिताब तक पहुंचने के लिए उसे नीदरलैंड्स, अर्जेंटीना और जर्मनी जैसी मजबूत टीमों की बाधाओं को पार करना होगा। यहीं उसकी असली परीक्षा होगी।
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