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टाइट शेड्यूलिंग मामले में विराट कोहली को मिला राजीव शुक्ला का साथ
आईएएनएस से बात करते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कोहली को अपने
विचारों से अवगत कराने का पूरा अधिकार है लेकिन बोर्ड अपनी ओर से हरसंभव
प्रयास करता है कि उसके ट्रेवल प्लान से किसी खिलाड़ी को परेशानी ना हो।
अधिकारी ने कहा था कि कोहली को मुद्दा उठाने का पूरा अधिकार है लेकिन सच
कहूं तो खिलाडिय़ों की सुविधा का ध्यान रखकर ही ट्रेवल प्लान तय किया जाता
है।
आप देखिए कि विश्व कप से पहले हमने जितना संभव हो सका खिलाडिय़ों को स्पेस दिया और इसी क्रम में खिलाडिय़ों को दिवाली के समय ब्रेक मिला। बीसीसीआई के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह प्लानिंग सीओए के समय की है और अगर कोहली को इससे कोई समस्या थी तो उन्हें मीडिया से नहीं बल्कि बीसीसीआई सचिव से बात करनी चाहिए थी।
अधिकारी ने कहा, शेड्यूल टाइट था लेकिन यह शेड्यूल सीओए के समय बना था और सीईओ की निगरानी में बना था। ऐसे में कोहली को इस समस्या को बोर्ड के सामने उठाना चाहिए था। तब इसका समाधान निकल सकता था। कोहली अपनी बात कहने के लिए आजाद हैं लेकिन हर बात के लिए एक तरीका है, जिसका पालन किया जाना चाहिए था।
आप देखिए कि विश्व कप से पहले हमने जितना संभव हो सका खिलाडिय़ों को स्पेस दिया और इसी क्रम में खिलाडिय़ों को दिवाली के समय ब्रेक मिला। बीसीसीआई के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह प्लानिंग सीओए के समय की है और अगर कोहली को इससे कोई समस्या थी तो उन्हें मीडिया से नहीं बल्कि बीसीसीआई सचिव से बात करनी चाहिए थी।
अधिकारी ने कहा, शेड्यूल टाइट था लेकिन यह शेड्यूल सीओए के समय बना था और सीईओ की निगरानी में बना था। ऐसे में कोहली को इस समस्या को बोर्ड के सामने उठाना चाहिए था। तब इसका समाधान निकल सकता था। कोहली अपनी बात कहने के लिए आजाद हैं लेकिन हर बात के लिए एक तरीका है, जिसका पालन किया जाना चाहिए था।
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