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नोवाक जोकोविक को हरा नडाल ने जीता इटली ओपन खिताब
रोम। वल्र्ड नंबर-7 चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा ने रविवार को यहां
क्ले कोर्ट पर खेले जा रहे इटली ओपन के फाइनल में योहाना कोंटा को मात देकर
खिताब अपने नाम किया। प्लिस्कोवा ने 28 वर्षीय ग्रेट ब्रिटेन की खिलाड़ी
को सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात दी। बीबीसी के अनुसार, यह मैच कुल एक
घंटे और 25 मिनट तक चला। इस सीजन चेक गणराज्य की खिलाड़ी का यह दूसरा खिताब
है।
प्लिस्कोवा पहले गेम से ही कोंटा के खिलाफ सहज नजर आई और बेहतरीन सर्विस एवं ग्राउंडस्ट्रोक्स का उपयोग करते हुए जीत दर्ज की। वे 1978 के बाद इस टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली चेक गणराज्य की पहली खिलाड़ी हैं। इस टूर्नामेंट में कोंटा ने वल्र्ड टॉप-10 में मौजूद दो खिलाडिय़ों को मात दी जिसके कारण फ्रेंच ओपन में उन्हें सीड प्रदान की जाएगी।
कोंटा ने कहा कि मैं जिस तरह से हर साल अपने प्रदर्शन को बेहतर करते हुए आगे बढ़ रही हूं उससे मुझे खुशी है। मियामी के बाद यह मेरा सबसे बड़ा फाइनल है, यह मेरे लिए बहुत बड़ा क्षण है। कोंटा 1971 के बाद से इटली ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली ग्रेट ब्रिटेन की पहली महिला खिलाड़ी हैं। 1971 में वर्जीनिया वेड ने इस प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाई थी।
प्लिस्कोवा पहले गेम से ही कोंटा के खिलाफ सहज नजर आई और बेहतरीन सर्विस एवं ग्राउंडस्ट्रोक्स का उपयोग करते हुए जीत दर्ज की। वे 1978 के बाद इस टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली चेक गणराज्य की पहली खिलाड़ी हैं। इस टूर्नामेंट में कोंटा ने वल्र्ड टॉप-10 में मौजूद दो खिलाडिय़ों को मात दी जिसके कारण फ्रेंच ओपन में उन्हें सीड प्रदान की जाएगी।
कोंटा ने कहा कि मैं जिस तरह से हर साल अपने प्रदर्शन को बेहतर करते हुए आगे बढ़ रही हूं उससे मुझे खुशी है। मियामी के बाद यह मेरा सबसे बड़ा फाइनल है, यह मेरे लिए बहुत बड़ा क्षण है। कोंटा 1971 के बाद से इटली ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली ग्रेट ब्रिटेन की पहली महिला खिलाड़ी हैं। 1971 में वर्जीनिया वेड ने इस प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाई थी।
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