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...इसलिए मैं इसकी पहले से ही तैयारी करके आई थी : पीवी सिंधु
बासेल (स्विट्जरलैंड)। बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने खिताबी जीत के बाद कहा कि इस बार वे अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार थीं। ओलम्पिक रजत पदक विजेता सिंधु ने रविवार को बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया।
सिंधु इससे पहले इस टूर्नामेंट में लगातार दो बार (2017 और 2018) फाइनल में हारी थीं। लेकिन, इस बार उन्होंने इस गतिरोध को तोड़ा और बैडमिंटन में पहली भारतीय विश्व चैम्पियन बन गईं। सिंधु ने इस जीत के बाद आईएएनएस से कहा कि इस बार मैं अपना खास देने के लिए तैयार थी। लेकिन मैंने इस मुकाबले को भी वैसे ही खेला, जैसा कि मैं पिछले मैच में खेली थी। मैंने केवल यही सोचा था कि यह मैच भी मेरे लिए केवल एक मैच की तरह ही है।
इस जीत के साथ ही सिंधु विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। वे इससे पहले बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में वर्ष 2017 और 2018 में रजत तथा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकीं हैं और उनके पांच पदक हो गए हैं।
सिंधु इससे पहले इस टूर्नामेंट में लगातार दो बार (2017 और 2018) फाइनल में हारी थीं। लेकिन, इस बार उन्होंने इस गतिरोध को तोड़ा और बैडमिंटन में पहली भारतीय विश्व चैम्पियन बन गईं। सिंधु ने इस जीत के बाद आईएएनएस से कहा कि इस बार मैं अपना खास देने के लिए तैयार थी। लेकिन मैंने इस मुकाबले को भी वैसे ही खेला, जैसा कि मैं पिछले मैच में खेली थी। मैंने केवल यही सोचा था कि यह मैच भी मेरे लिए केवल एक मैच की तरह ही है।
इस जीत के साथ ही सिंधु विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। वे इससे पहले बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में वर्ष 2017 और 2018 में रजत तथा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकीं हैं और उनके पांच पदक हो गए हैं।
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