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PBL : अहमदाबाद की स्टार शटलर कैमिला की है यह हसरत
नई दिल्ली। डेनमार्क की शटलर कैमिला रायटर जुल इस समय प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के लिए भारत में हैं और उनकी इच्छा दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल देखने की है। कैमिला पीबीएल की नई टीम अहमदाबाद स्मैश मास्टर्स के लिए खेल रही हैं। उनकी कोशिश है कि वे आगरा स्थित इस अजूबे को निहराने जाएं। रियो ओलम्पिक-2016 में अपनी महिला युगल साझेदार क्रिस्टिना पेडरसन के साथ मिलकर रजत पदक जीतने वाली कैमिला ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में अपनी इस ख्वाहिश का जिक्र किया।
कैमिला से जब भारत भ्रमण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, अभी तक तो नहीं, लेकिन हमने ताजमहल देखने के बारे में सोचा है। जब भी हम भारत आते हैं तो सोचते हैं कि अगर हम क्वार्टर फाइनल में हार गए तो हम ताजमहल देखने जाएंगे, लेकिन हमें कभी समय नहीं मिल पाया। ताजमहल ऐसी चीज है जिसे मैं देखना चाहूंगी। कैमिला उस देश से आती हैं जहां एक समय बैडमिंटन का डंका बजता था, लेकिन समय के फेर ने डेनमार्क को पीछे धकेल दिया।
कैमिला का हालांकि मानना है कि अब उनकी और उनके साथियों की सफलता के बाद एक बार फिर डेनमार्क के लोग बैडमिंटन में रूचि ले रहे हैं इस खेल को पसंद कर रहे हैं। बकौल कैमिला, डेनमार्क में हमारे पास खेल की अच्छी संस्कृति है। हमारे पास नेशनल सेंटर भी है जहां सारे खिलाड़ी हर दिन अभ्यास करते हैं। हां हमारे पास ज्यादा खिलाड़ी नहीं हैं इसलिए हम सभी को एकजुट रहना पड़ता है।
हमारे पास एक अच्छा क्लब कल्चर है जहां युवा खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि विक्टर, माथियास बोए, कास्टर्न मोगेनसन (पुरुष युगल), महिला युगल में क्रिस्टीना पेडरसन की सफलता ने डेनमार्क के लोगों की रुचि को खेल में बढ़ाया है। यह एक अंतर था जो काफी समय से बना हुआ था, जो अब खत्म हो रहा है। पीबीएल में मैच 15 अंक प्रणाली पर खेले जा रहे हैं। कैमिला का मानना है कि यह इस लीग के लिए अच्छा है।
कैमिला से जब भारत भ्रमण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, अभी तक तो नहीं, लेकिन हमने ताजमहल देखने के बारे में सोचा है। जब भी हम भारत आते हैं तो सोचते हैं कि अगर हम क्वार्टर फाइनल में हार गए तो हम ताजमहल देखने जाएंगे, लेकिन हमें कभी समय नहीं मिल पाया। ताजमहल ऐसी चीज है जिसे मैं देखना चाहूंगी। कैमिला उस देश से आती हैं जहां एक समय बैडमिंटन का डंका बजता था, लेकिन समय के फेर ने डेनमार्क को पीछे धकेल दिया।
कैमिला का हालांकि मानना है कि अब उनकी और उनके साथियों की सफलता के बाद एक बार फिर डेनमार्क के लोग बैडमिंटन में रूचि ले रहे हैं इस खेल को पसंद कर रहे हैं। बकौल कैमिला, डेनमार्क में हमारे पास खेल की अच्छी संस्कृति है। हमारे पास नेशनल सेंटर भी है जहां सारे खिलाड़ी हर दिन अभ्यास करते हैं। हां हमारे पास ज्यादा खिलाड़ी नहीं हैं इसलिए हम सभी को एकजुट रहना पड़ता है।
हमारे पास एक अच्छा क्लब कल्चर है जहां युवा खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि विक्टर, माथियास बोए, कास्टर्न मोगेनसन (पुरुष युगल), महिला युगल में क्रिस्टीना पेडरसन की सफलता ने डेनमार्क के लोगों की रुचि को खेल में बढ़ाया है। यह एक अंतर था जो काफी समय से बना हुआ था, जो अब खत्म हो रहा है। पीबीएल में मैच 15 अंक प्रणाली पर खेले जा रहे हैं। कैमिला का मानना है कि यह इस लीग के लिए अच्छा है।
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