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अपनी पहली ही गेंद पर छक्का मारने वाले सिद्धेश ने शेयर की ये बातें
सिद्देश ने साथ ही कहा कि इस लीग के आने से मुंबई के कई खिलाडिय़ों को अपन
प्रतिभा दिखाने का मौका मिला जो मुंबई जैसे बड़े शहर की भीड़ में कई बार
छुपे रह जाते हैं। उन्होंने कहा, यह मुंबई के खिलाडिय़ों के लिए बेहतरीन मंच
है जो इस बड़े शहर की छुपी हुई प्रतिभा को मंच दे रहा है। मुंबई क्रिकेट
को भी इससे फायदा होगा। चयनकतार्ओं को रणजी टीम चुनने के लिए और खिलाड़ी
मिलेंगे। सिद्देश ने जब आईपीएल में पदार्पण किया तब उनकी उम्र 27 साल थी।
सिद्देश से जब पूछा गया कि आज के दौर में कई युवा खिलाडिय़ों ने काफी कम उम्र में आईपीएल खेला और अपना नाम स्थापित किया वहीं देरी से पदार्पण करने का उन्हें कोई पछतावा तो नहीं है? इस पर सिद्देश ने कहा, मैं टीम में तब था जब टीम में सभी स्टार खिलाड़ी थे। काश मैं कुछ पहले खेल सकता, लेकिन यह मेरे हाथ में नहीं था। लेकिन मुझे इस बात का पछतावा नहीं है।
सिद्देश ने कहा कि उनके करियर में उनके पिता दिनेश लाड़ का अहम रोल रहा है। बकौल सिद्देश, मेरे पिता का मुझ पर काफी प्रभाव रहा है। उन्होंने मुझे खेल का सम्मान करना सिखाया है और साथ ही सिखाया है कि कैसे अनुशासन में रहें। दिनेश भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के भी कोच हैं।
सिद्देश से जब पूछा गया कि आज के दौर में कई युवा खिलाडिय़ों ने काफी कम उम्र में आईपीएल खेला और अपना नाम स्थापित किया वहीं देरी से पदार्पण करने का उन्हें कोई पछतावा तो नहीं है? इस पर सिद्देश ने कहा, मैं टीम में तब था जब टीम में सभी स्टार खिलाड़ी थे। काश मैं कुछ पहले खेल सकता, लेकिन यह मेरे हाथ में नहीं था। लेकिन मुझे इस बात का पछतावा नहीं है।
सिद्देश ने कहा कि उनके करियर में उनके पिता दिनेश लाड़ का अहम रोल रहा है। बकौल सिद्देश, मेरे पिता का मुझ पर काफी प्रभाव रहा है। उन्होंने मुझे खेल का सम्मान करना सिखाया है और साथ ही सिखाया है कि कैसे अनुशासन में रहें। दिनेश भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के भी कोच हैं।
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