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दोस्ताना मुकाबले में जॉर्डन ने भारत को हराया, खली छेत्री की कमी
अम्मान (जॉर्डन)। जॉर्डन फुटबॉल टीम ने शनिवार देर रात यहां किंग अबदुल्लाह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए दोस्ताना मुकाबले में अपने स्टार खिलाड़ी सुनील छेत्री के बिना उतरी भारत को 2-1 से हरा दिया। यह दोनों देशों के बीच पहला फुटबॉल मैच था जहां भारत को कड़ी मशक्कत के बाद हार का सामाना करना पड़ा। छेत्री चोटिल होने के कारण इस मैच में नहीं खेल पाए। उनकी कमी भारत को इस मैच में निश्चित खलती हुई दिखी।
उनके स्थान पर गोलकीपर गुरप्रीत सिंह को कप्तान बनाया गया था जिन्होंने अपनी दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया, लेकिन किस्मत से कहीं न कहीं मात खा गए। मैच की शुरुआत ही भारत के लिए बुरी रही। आठवें मिनट में ही जॉर्डन को पेनल्टी किक मिल गई। भारतीय डिफेंडर ने जॉर्डन के अल बाखित को पेनल्टी एरिया में गिरा दिया और रेफरी ने तुरंत मेजबान टीम को पेनल्टी दी, लेकिन गुरप्रीत ने जॉर्डन को खुश नहीं होने दिया।
बानी अतिहा ने पेनल्टी ली और गेंद को बाएं कोने में डालने का प्रयास किया जिसे भारतीय गोलकीपर ने रोक मेजबान टीम को मायूस कर दिया। हालांकि गुरप्रीत की हल्की सी लापरवाही ही जॉर्डन को बढ़त दिलाने वाली साबित हुई। जॉर्डन के गोलकीपर और कप्तान अमेर साफी को किक लेने का मौका मिला। उन्होंने देखा कि गुरप्रीत गोलपोस्ट के काफी दूर हैं।
उन्होंने अपनी पूरी ताकत से किक लगाई और गेंद एक बाउंस लेकर गुरप्रीत के सिर के ऊपर से होते हुए नेट में चली गई और इस तरह मेजबान टीम 25वें मिनट में एक गोल से आगे हो गई। 31वें मिनट में बाखित के पास गोल करने का एक और मौका था जिसे प्रीतम कोटाल ने रोक लिया। भारत भी हालांकि गोल खाने के बाद हताश नहीं हुआ था और लगातार कोशिश में लगा था। भारत के छह-सात खिलाड़ी हमेशा बॉक्स के पास ही रह रहे थे।
उनके स्थान पर गोलकीपर गुरप्रीत सिंह को कप्तान बनाया गया था जिन्होंने अपनी दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया, लेकिन किस्मत से कहीं न कहीं मात खा गए। मैच की शुरुआत ही भारत के लिए बुरी रही। आठवें मिनट में ही जॉर्डन को पेनल्टी किक मिल गई। भारतीय डिफेंडर ने जॉर्डन के अल बाखित को पेनल्टी एरिया में गिरा दिया और रेफरी ने तुरंत मेजबान टीम को पेनल्टी दी, लेकिन गुरप्रीत ने जॉर्डन को खुश नहीं होने दिया।
बानी अतिहा ने पेनल्टी ली और गेंद को बाएं कोने में डालने का प्रयास किया जिसे भारतीय गोलकीपर ने रोक मेजबान टीम को मायूस कर दिया। हालांकि गुरप्रीत की हल्की सी लापरवाही ही जॉर्डन को बढ़त दिलाने वाली साबित हुई। जॉर्डन के गोलकीपर और कप्तान अमेर साफी को किक लेने का मौका मिला। उन्होंने देखा कि गुरप्रीत गोलपोस्ट के काफी दूर हैं।
उन्होंने अपनी पूरी ताकत से किक लगाई और गेंद एक बाउंस लेकर गुरप्रीत के सिर के ऊपर से होते हुए नेट में चली गई और इस तरह मेजबान टीम 25वें मिनट में एक गोल से आगे हो गई। 31वें मिनट में बाखित के पास गोल करने का एक और मौका था जिसे प्रीतम कोटाल ने रोक लिया। भारत भी हालांकि गोल खाने के बाद हताश नहीं हुआ था और लगातार कोशिश में लगा था। भारत के छह-सात खिलाड़ी हमेशा बॉक्स के पास ही रह रहे थे।
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