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इंटरकॉन्टिनेंटल कप : भारत ने जीता खिताब, छेत्री का शानदार प्रदर्शन
मुंबई। करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री
के दो शानदार गोलों की बदौलत भारतीय फुटबाल टीम ने रविवार को यहां जारी
हीरो इंटरकोंटिनेंटल कप के फाइनल मुकाबले में केन्या को 2-0 से हराकर खिताब
अपने नाम किया।
फाइनल मुकाबले में दो गोल दागने के साथ ही सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय
फुटबाल में अपने देश के लिए सर्वाधिक गोल करने के मामले में अर्जेटीना के
महान खिलाड़ी लियोनल मेसी की बराबरी कर ली। मेसी और छेत्री ने अपने देश के
लिए कुल 64 गोल किए हैं।
मुंबई एरीना में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत की शुरुआत बेहतरीन रही और मेजबान टीम ने पहले मिनट से ही मैच पर अपना दबदबा बनाने का प्रयास किया। मैच के आठवें मिनट में अनिरुद्ध थापा ने बॉक्स के दाएं छोर से फ्री-किक पर चतुराई भरा पास दिया, जिसे गोल में डालकर छेत्री ने भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। एक गोल से पिछड़ने के बाद मेहमान टीम ने मिडफील्ड में भारतीय टीम पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय मिडफील्ड एवं डिफेंस ने अपना संयम नहीं खोया और केन्या को गोल करने का एक भी साफ मौका नहीं दिया।
भारतीय डिफेंस की जान संदेश झिंगन ने 29वें मिनट में भारतीय कप्तान को एक लंबा पास दिया, जिसे गोल में डालकर छेत्री ने भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। दूसरे हाफ में केन्या ने अपना स्वाभाविक खेल दिखाया और अपनी शरीरिक शक्ति का प्रदर्शन किया। केन्या को अपना स्वाभाविक खेल खेलने का लाभ भी मिला और 77वें मिनट में मेहमान टीम को फ्री-किक मिली, लेकिन गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने भारत की बढ़त को कम नहीं होने दिया।
केन्या ने बढ़त को कम करने के लिए कई लंबे पास दिए, लेकिन वे गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए। छेत्री ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने कुल आठ गोल किए और भारत को खिताब तक पहुंचाया। भारत की डिफेंस ने भी चार देशों की इस प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन किया और चार मैचों में केवल एक गोल खाया।
--आईएएनएस
मुंबई एरीना में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत की शुरुआत बेहतरीन रही और मेजबान टीम ने पहले मिनट से ही मैच पर अपना दबदबा बनाने का प्रयास किया। मैच के आठवें मिनट में अनिरुद्ध थापा ने बॉक्स के दाएं छोर से फ्री-किक पर चतुराई भरा पास दिया, जिसे गोल में डालकर छेत्री ने भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। एक गोल से पिछड़ने के बाद मेहमान टीम ने मिडफील्ड में भारतीय टीम पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय मिडफील्ड एवं डिफेंस ने अपना संयम नहीं खोया और केन्या को गोल करने का एक भी साफ मौका नहीं दिया।
भारतीय डिफेंस की जान संदेश झिंगन ने 29वें मिनट में भारतीय कप्तान को एक लंबा पास दिया, जिसे गोल में डालकर छेत्री ने भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। दूसरे हाफ में केन्या ने अपना स्वाभाविक खेल दिखाया और अपनी शरीरिक शक्ति का प्रदर्शन किया। केन्या को अपना स्वाभाविक खेल खेलने का लाभ भी मिला और 77वें मिनट में मेहमान टीम को फ्री-किक मिली, लेकिन गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने भारत की बढ़त को कम नहीं होने दिया।
केन्या ने बढ़त को कम करने के लिए कई लंबे पास दिए, लेकिन वे गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए। छेत्री ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने कुल आठ गोल किए और भारत को खिताब तक पहुंचाया। भारत की डिफेंस ने भी चार देशों की इस प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन किया और चार मैचों में केवल एक गोल खाया।
--आईएएनएस
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