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मुक्केबाज मनोज कुमार ने इसे बताया एशियाड में हार का कारण
2011 में वल्र्ड एमेच्योर मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में क्वार्टर फाइनल तक
पहुंचने वाले भारतीय मुक्केबाज ने कहा, पिछले छह साल से मेरी चोट की रिकवरी
नहीं हो पाई है। अब मैं 5-6 महीने आराम करूंगा और फिर टोक्यो ओलम्पिक की
तैयारी करूंगा। राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने के बाद मनोज ने अपनी
चोटों का इलाज करवाया था और इसके बाद वह ट्रेनिंग पर लौटे थे।
उन्होंने कहा, जैसा कि आप सभी को भी पता है कि मेरी ग्रोइन की चोट थी। लेकिन ट्रेनिंग पर लौटने से पहले मैंने इसका इलाज करवाया था और फिर मैं एशियाई खेलों के लिए तैयारी में लौटा था। लेकिन मुझे लगता है कि चोट से पूरी तरह से उबरने के लिए आपको एक पर्याप्त आराम की जरुरत होती है, जो शायद मुझे नहीं मिल पाया।
यह पूछे जाने पर कि अब उनका अगला लक्ष्य क्या है, मनोज ने कहा, जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि मैंने अभी अपने अगले लक्ष्य के बारे में कुछ सोचा नहीं है क्योंकि अब मैं पांच-छह महीने सिर्फ आराम करूंगा और चोट से रिकवर करूंगा। इसके बाद मैं अपने कोच राजेश जी के मार्गदर्शन में ओलम्पिक की तैयारी शुरू करूंगा और टोक्यो ओलम्पिक में जीतूंगा।
उन्होंने कहा, जैसा कि आप सभी को भी पता है कि मेरी ग्रोइन की चोट थी। लेकिन ट्रेनिंग पर लौटने से पहले मैंने इसका इलाज करवाया था और फिर मैं एशियाई खेलों के लिए तैयारी में लौटा था। लेकिन मुझे लगता है कि चोट से पूरी तरह से उबरने के लिए आपको एक पर्याप्त आराम की जरुरत होती है, जो शायद मुझे नहीं मिल पाया।
यह पूछे जाने पर कि अब उनका अगला लक्ष्य क्या है, मनोज ने कहा, जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि मैंने अभी अपने अगले लक्ष्य के बारे में कुछ सोचा नहीं है क्योंकि अब मैं पांच-छह महीने सिर्फ आराम करूंगा और चोट से रिकवर करूंगा। इसके बाद मैं अपने कोच राजेश जी के मार्गदर्शन में ओलम्पिक की तैयारी शुरू करूंगा और टोक्यो ओलम्पिक में जीतूंगा।
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