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अच्छा है, खिलाड़ी मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात कर रहे हैं : द्रविड़
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान राहुल द्रविड़ ने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में खुलकर बात करने के लिए मौजूदा समय के खिलाड़ियों की तारीफ की है। द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स फाउंडेशन द्वारा एनएस वाहिया फाउंडेशन एंड मैक्लीन अस्पताल (हॉवर्ड मेडिकल स्कूल से संबद्ध) के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य को लेकर आयोजित वेबीनार 'माइंड, बॉडी और सोल' के पहले सत्र में कहा, " खेल और क्रिकेट में मानसिक स्वास्थ्य एक मुद्दा रहा है और पिछले एक दशक से अधिक समय से मानसिक स्वास्थ्य पर जारी चर्चा बहुत अच्छी है। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि कई खिलाड़ी इन मुद्दों के बारे में बात करने का साहस जुटा रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "खेल और क्रिकेट मुश्किल हो सकता है और बाहर ऐसा माहौल होता है, जिसमें खिलाड़ी पर काफी दबाव होता है। अतीत में खिलाड़ी इसे स्वीकार करने में हिचकिचाते थे, लेकिन कुछ खिलाड़ियों के खुलकर सामने आने से अब इसको लेकर बेहतर चर्चा होने लगी है।"
द्रविड़ ने कहा, " पुराने दिनों में, लोग यह नहीं जानते थे कि इस पर कैसे प्रतिक्रिया देनी है। लेकिन अब खेलों में, खासकर क्रिकेट में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खिलाड़ी काफी सकारात्मक चर्चा करते हैं। मुझे लगता है कि आधुनिक समय के खिलाड़ियों की तारीफ करनी चाहिए, जोकि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुले तौर पर बातें करते हैं और इस पर सकारात्मक चर्चा करते हैं।"
यह पूछे जाने पर कि इन दिनों कैसे स्थिति में सुधार हुआ, द्रविड़ ने कहा, "अब हम खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। यह इस चीज से संबंधित नहीं है कि वे बल्लेबाजी कैसे कर सकते हैं या गेंदबाजी कैसे कर सकते हैं, यह केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए है।"
उन्होंने कहा, "खेल मनोचिकित्सक की भूमिका यह होती है कि वह आपको मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करता है। मुझे लगता है कि अब हम देख रहे हैं कि किस तरह से मानसिक स्वास्थ्य लोगों के हित में है और किस तरह से इसका उनके जीवन पर प्रभाव पड़ता है। चीजें बदली है और यह मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है।" (आईएएनएस)
उन्होंने कहा, "खेल और क्रिकेट मुश्किल हो सकता है और बाहर ऐसा माहौल होता है, जिसमें खिलाड़ी पर काफी दबाव होता है। अतीत में खिलाड़ी इसे स्वीकार करने में हिचकिचाते थे, लेकिन कुछ खिलाड़ियों के खुलकर सामने आने से अब इसको लेकर बेहतर चर्चा होने लगी है।"
द्रविड़ ने कहा, " पुराने दिनों में, लोग यह नहीं जानते थे कि इस पर कैसे प्रतिक्रिया देनी है। लेकिन अब खेलों में, खासकर क्रिकेट में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खिलाड़ी काफी सकारात्मक चर्चा करते हैं। मुझे लगता है कि आधुनिक समय के खिलाड़ियों की तारीफ करनी चाहिए, जोकि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुले तौर पर बातें करते हैं और इस पर सकारात्मक चर्चा करते हैं।"
यह पूछे जाने पर कि इन दिनों कैसे स्थिति में सुधार हुआ, द्रविड़ ने कहा, "अब हम खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। यह इस चीज से संबंधित नहीं है कि वे बल्लेबाजी कैसे कर सकते हैं या गेंदबाजी कैसे कर सकते हैं, यह केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए है।"
उन्होंने कहा, "खेल मनोचिकित्सक की भूमिका यह होती है कि वह आपको मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करता है। मुझे लगता है कि अब हम देख रहे हैं कि किस तरह से मानसिक स्वास्थ्य लोगों के हित में है और किस तरह से इसका उनके जीवन पर प्रभाव पड़ता है। चीजें बदली है और यह मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है।" (आईएएनएस)
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