Advertisement
पूर्व हैवीवेट चैंपियन टायसन ने कहा, गरीबी में पलने-बढऩे वाला...
मुंबई। अपने आपको झुग्गियों से निकला मुक्केबाज बताने वाले पूर्व हैवीवेट चैम्पियन अमेरिका के माइक टायसन का मानना है कि गरीबी में पलने-बढऩे वाला शख्स एक अच्छा मुक्केबाज बन सकता है। यह दिग्गज मुक्केबाज इस समय अपने पहले भारत दौरे पर है। टायसन सबसे कम उम्र में हैवीवेट खिताब जीतने वाले मुक्केबाज हैं।
उन्होंने 20 साल, 4 महीने और 22 दिनों की उम्र में यह खिताब जीता था। टायसन इस समय भारत में कुमिते 1 लीग के उद्घाटन के लिए आए हुए हैं। यह भारत की पहली वैश्विक संयुक्त मार्शल आट्र्स एमएमए लीग है। टायसन ने संवाददाताओं से कहा कि मैं झुग्गी में पैदा हुआ। मेरा सपना था कि मैं झुग्गी से बाहर निकलूं और इसलिए मैं यहां हूं।
अगर कोई कड़ी मेहनत करता है तो झुग्गी से बाहर निकल सकता है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि आप जितने गरीब हैं उतने अच्छे मुक्केबाज भी। सबसे सफल मुक्केबाज झुग्गी से ही आते हैं। जो भी मुक्केबाज झुग्गी से आते हैं वे सफल होते हैं।
उन्होंने 20 साल, 4 महीने और 22 दिनों की उम्र में यह खिताब जीता था। टायसन इस समय भारत में कुमिते 1 लीग के उद्घाटन के लिए आए हुए हैं। यह भारत की पहली वैश्विक संयुक्त मार्शल आट्र्स एमएमए लीग है। टायसन ने संवाददाताओं से कहा कि मैं झुग्गी में पैदा हुआ। मेरा सपना था कि मैं झुग्गी से बाहर निकलूं और इसलिए मैं यहां हूं।
अगर कोई कड़ी मेहनत करता है तो झुग्गी से बाहर निकल सकता है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि आप जितने गरीब हैं उतने अच्छे मुक्केबाज भी। सबसे सफल मुक्केबाज झुग्गी से ही आते हैं। जो भी मुक्केबाज झुग्गी से आते हैं वे सफल होते हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
खेल
Advertisement