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पहला वनडे : ऑस्ट्रेलिया से पिछली सीरीज का हिसाब चुकता करना चाहेगा भारत
घर में भारत ने हाल ही में बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और श्रीलंका को हराया
है। इन सभी के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया ज्यादा मजबूत है। उसका गेंदबाजी आक्रमण
भी दमदार है और इसलिए एक बार फिर भारत के सामने अपने मध्य क्रम को परखने का
मौका होगा। कप्तान कोहली भी इस बात को मान चुके हैं कि टीम में अगर शीर्ष
क्रम विफल हो जाए तो उन्हें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो जिम्मेदारी लेकर मैच जिता
सकें।
मध्य क्रम में ऋषभ पंत पर भरोसा किया जाना मुश्किल है। अपने लापरवाह शॉट चयन के कारण वे विकेट फेंकते आए हैं। विंडीज के खिलाफ उन्होंने एक अर्धशतक जमाया था, लेकिन पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और केन रिचर्डसन के सामने उनका बल्ला क्या करता है यह देखना होगा। वहीं श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, केदार जाधव को एक बार फिर परीक्षा से गुजरना होगा। इन सभी के जिम्मे ही मध्य क्रम है।
हार्दिक पांड्या टीम में नहीं है और उनके स्थान पर शिवम दुबे हरफनमौला खिलाड़ी की भूमिका से ऑस्ट्रेलिया के सामने कितना न्याय कर पाते हैं यह भी सवाल है। सलामी बल्लेबाजी में भी कोहली को चिंता होगी। रोहित शर्मा को श्रीलंका के खिलाफ आराम दिया गया था। उनकी गैरमौजूदगी में चोट से वापसी कर रहे शिखर धवन ने अच्छा किया। लोकेश राहुल ने भी बीती सीरीजों में सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है।
तीन सलामी बल्लेबाजों में दो का चयन करना कोहली के लिए टेढ़ी खीर होगी। गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी हैं। ये दोनों कितने खतरनाक हैं यह ऑस्ट्रेलिया भी जानती है। नवदीप सैनी को भी मौका मिला है और वे ऑस्ट्रेलिया के लिए सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं।
स्पिन में कोहली कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के साथ जाएंगे या इन दोनों में से एक को रखकर रवींद्र जडेजा को चुनेंगे, यह भी टीम प्रबंधन का विषय है, जिस पर माथापच्ची होगी, क्योंकि कुलदीप और चहल की जोड़ी मध्य के ओवरों में काफी प्रभावी रही है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह उसके लिए एक एडवांटेज हो सकता है।
मध्य क्रम में ऋषभ पंत पर भरोसा किया जाना मुश्किल है। अपने लापरवाह शॉट चयन के कारण वे विकेट फेंकते आए हैं। विंडीज के खिलाफ उन्होंने एक अर्धशतक जमाया था, लेकिन पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और केन रिचर्डसन के सामने उनका बल्ला क्या करता है यह देखना होगा। वहीं श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, केदार जाधव को एक बार फिर परीक्षा से गुजरना होगा। इन सभी के जिम्मे ही मध्य क्रम है।
हार्दिक पांड्या टीम में नहीं है और उनके स्थान पर शिवम दुबे हरफनमौला खिलाड़ी की भूमिका से ऑस्ट्रेलिया के सामने कितना न्याय कर पाते हैं यह भी सवाल है। सलामी बल्लेबाजी में भी कोहली को चिंता होगी। रोहित शर्मा को श्रीलंका के खिलाफ आराम दिया गया था। उनकी गैरमौजूदगी में चोट से वापसी कर रहे शिखर धवन ने अच्छा किया। लोकेश राहुल ने भी बीती सीरीजों में सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है।
तीन सलामी बल्लेबाजों में दो का चयन करना कोहली के लिए टेढ़ी खीर होगी। गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी हैं। ये दोनों कितने खतरनाक हैं यह ऑस्ट्रेलिया भी जानती है। नवदीप सैनी को भी मौका मिला है और वे ऑस्ट्रेलिया के लिए सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं।
स्पिन में कोहली कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के साथ जाएंगे या इन दोनों में से एक को रखकर रवींद्र जडेजा को चुनेंगे, यह भी टीम प्रबंधन का विषय है, जिस पर माथापच्ची होगी, क्योंकि कुलदीप और चहल की जोड़ी मध्य के ओवरों में काफी प्रभावी रही है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह उसके लिए एक एडवांटेज हो सकता है।
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