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फीफा कप : तीसरे स्थान के लिए बेल्जियम व इंग्लैंड में कड़े मुकाबले के आसार
सेंट पीटर्सबर्ग। कुछ दिन पहले तक विश्व विजेता का तमगा हासिल करने की
प्रबल दावेदार मानी जा रही दो टीमें, इंग्लैंड और बेल्जियम अब इस रेस से
बाहर हो चुकी हैं। फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण का खिताब जीतने का सपना
टूटने के बाद यह दोनों अब एक दूसरे के सामने शनिवार को तीसरे स्थान के लिए
जद्दोजहद करेंगी।
दोनों के लिए इस मैच में ऊंचे मनोबल के साथ उतरना आसान नहीं होगा। विश्व कप फाइनल में न पहुंचना दोनों टीमों को बेशक चुभा होगा लेकिन अब समय है जब यह दोनों इससे बाहर निकल कर एक नए अंत को अंजाम दे सकती हैं और खुशी के साथ स्वदेश लौट सकती हैं।
दोनों टीमें सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में आमने-सामने होंगी।
फ्रांस ने बेल्जियम को कड़े मुकाबले में मात देकर फाइनल में जाने नहीं दिया। इंग्लैंड की टीम एक गोल से आगे होने के बाद भी क्रोएशिया से 1-2 से हार गई और दूसरी बार फाइनल में जाने से महरूम रही।
अब इन दोनों के पास अगर कुछ पाने के लिए है तो वो है तीसरा स्थान। माना जा रहा है कि प्रतिष्ठा के इस मुकाबले में बेल्जियम और इंग्लैंड के बीच काफी कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
बेल्जियम के लिए अच्छी बात यह है कि पहले सेमीफाइनल में बाहर बैठने वाले थॉमस म्यूनिएर इस मैच में वापसी कर रहे हैं और यह इंग्लैंड के लिए सिरदर्द वाली खबर साबित हो सकती है।
फ्रांस खिलाफ बेल्जियम ने शानदार खेल दिखाया था। पहले हाफ में उसने फ्रांस से ज्यादा आक्रमण किए थे और उसके डिफेंस ने भी शानदार काम किया था। लेकिन, दूसरे हाफ में गोल खाने के बाद टीम बड़े मैच के दबाव में बिखर गई थी। इस मैच में बेल्जियम को अपनी इस गलती को दोहराने से बचना होगा। साथ ही लोमेलु लुकाकु को आगे आकर ईडन हेजार्ड का साथ देना होगा।
बेल्जियम के डिफेंस के सामने इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन, जेसे लिंगार्ड और रहीम स्टॢलंग को रोकने की चुनौती होगी। यह तीनों दूसरे सेमीफाइनल में बेअसर साबित हुए थे और इसी वजह से इस मैच में अपनी गलतियों को सुधारने के इरादे से उतरेंगे तो और खतरनाक होंगे।
इन तीनों ने क्रोएशिया के खिलाफ गोल करने के कई मौके गंवाए थे। अगर वो मौके गोल में तब्दील हो जाते तो इस विश्व कप का स्वरूप कुछ और ही होता।
दोनों के लिए इस मैच में ऊंचे मनोबल के साथ उतरना आसान नहीं होगा। विश्व कप फाइनल में न पहुंचना दोनों टीमों को बेशक चुभा होगा लेकिन अब समय है जब यह दोनों इससे बाहर निकल कर एक नए अंत को अंजाम दे सकती हैं और खुशी के साथ स्वदेश लौट सकती हैं।
दोनों टीमें सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में आमने-सामने होंगी।
फ्रांस ने बेल्जियम को कड़े मुकाबले में मात देकर फाइनल में जाने नहीं दिया। इंग्लैंड की टीम एक गोल से आगे होने के बाद भी क्रोएशिया से 1-2 से हार गई और दूसरी बार फाइनल में जाने से महरूम रही।
अब इन दोनों के पास अगर कुछ पाने के लिए है तो वो है तीसरा स्थान। माना जा रहा है कि प्रतिष्ठा के इस मुकाबले में बेल्जियम और इंग्लैंड के बीच काफी कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
बेल्जियम के लिए अच्छी बात यह है कि पहले सेमीफाइनल में बाहर बैठने वाले थॉमस म्यूनिएर इस मैच में वापसी कर रहे हैं और यह इंग्लैंड के लिए सिरदर्द वाली खबर साबित हो सकती है।
फ्रांस खिलाफ बेल्जियम ने शानदार खेल दिखाया था। पहले हाफ में उसने फ्रांस से ज्यादा आक्रमण किए थे और उसके डिफेंस ने भी शानदार काम किया था। लेकिन, दूसरे हाफ में गोल खाने के बाद टीम बड़े मैच के दबाव में बिखर गई थी। इस मैच में बेल्जियम को अपनी इस गलती को दोहराने से बचना होगा। साथ ही लोमेलु लुकाकु को आगे आकर ईडन हेजार्ड का साथ देना होगा।
बेल्जियम के डिफेंस के सामने इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन, जेसे लिंगार्ड और रहीम स्टॢलंग को रोकने की चुनौती होगी। यह तीनों दूसरे सेमीफाइनल में बेअसर साबित हुए थे और इसी वजह से इस मैच में अपनी गलतियों को सुधारने के इरादे से उतरेंगे तो और खतरनाक होंगे।
इन तीनों ने क्रोएशिया के खिलाफ गोल करने के कई मौके गंवाए थे। अगर वो मौके गोल में तब्दील हो जाते तो इस विश्व कप का स्वरूप कुछ और ही होता।
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