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गोपीचंद ने इन बैडमिंटन खिलाडियों का भविष्य बताया उज्ज्वल
नई दिल्ली। योनेक्स इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत के पुरुष और युगल खिलाडिय़ों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। पुरुष एकल में सिर्फ समीर वर्मा ही क्वार्टर फाइनल में पहुंच सके। इसके बावजूद भारतीय टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद को खिलाडिय़ों का भविष्य उज्जवल लगता है। द्रोणाचार्य अवार्ड और पद्मभूषण से सम्मानित गोपीचंद का मानना है कि भारतीय खिलाड़ी युवा हैं और उनका भविष्य उज्जवल है, हालांकि उन्हें परिपक्व होने में समय लगेगा।
बैडमिंटन से जुड़ी खेल सामग्री बनाने वाली प्रमुख कम्पनी योनेक्स इंडिया द्वारा मेक इन इंडिया अभियान के तहत बेंगलुरू में भारत में पहली फैक्ट्री की शुरूआत की घोषणा के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में गोपीचंद ने कहा, आज की तारीख में हमारे पास पुरुष एकल में शीर्ष-30 में कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं, जो अच्छा खेल रहे हैं पर यहां पर परिणाम देखे तो समीर और सौरव (वर्मा) के दो ऐसे मैच थे वह बढ़त लेकर हारे।
उन्होंने कहा, इसकी दो-तीन वजह है, लेकिन सभी खिलाडिय़ों का प्रदर्शन देखा जाए तो श्रीकांत (किदांबी), प्रणॉय (एचएस), समीर, सौरव यह सभी युवा खिलाड़ी हैं इनका भविष्य अच्छा है। भारतीय खिलाडिय़ों को परिपक्व होने में समय लगता है इसलिए मैं मानता हूं कि यह लोग आगे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
युगल खिलाडिय़ों के प्रदर्शन पर गोपीचंद ने कहा, युगल की बात है तो शीर्ष-15 में प्रणब (चोपड़ा) और सिक्की (रेड्डी) हैं। पुरुष युगल में जूनियर में सात्विक (रेड्डी) और चिराग (सेठी) ने पिछले सप्ताह ही वियतनाम ओपन जीता था। काफी जूनियर खिलाड़ी भी निकलकर आ रहे। यह आसान बात नहीं है। हम सही दिशा में जा रहे इसमें समय लगेगा और फिर जो परिणाम महिला एकल में आए हैं वह पुरुष एकल में आएंगे।
बैडमिंटन से जुड़ी खेल सामग्री बनाने वाली प्रमुख कम्पनी योनेक्स इंडिया द्वारा मेक इन इंडिया अभियान के तहत बेंगलुरू में भारत में पहली फैक्ट्री की शुरूआत की घोषणा के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में गोपीचंद ने कहा, आज की तारीख में हमारे पास पुरुष एकल में शीर्ष-30 में कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं, जो अच्छा खेल रहे हैं पर यहां पर परिणाम देखे तो समीर और सौरव (वर्मा) के दो ऐसे मैच थे वह बढ़त लेकर हारे।
उन्होंने कहा, इसकी दो-तीन वजह है, लेकिन सभी खिलाडिय़ों का प्रदर्शन देखा जाए तो श्रीकांत (किदांबी), प्रणॉय (एचएस), समीर, सौरव यह सभी युवा खिलाड़ी हैं इनका भविष्य अच्छा है। भारतीय खिलाडिय़ों को परिपक्व होने में समय लगता है इसलिए मैं मानता हूं कि यह लोग आगे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
युगल खिलाडिय़ों के प्रदर्शन पर गोपीचंद ने कहा, युगल की बात है तो शीर्ष-15 में प्रणब (चोपड़ा) और सिक्की (रेड्डी) हैं। पुरुष युगल में जूनियर में सात्विक (रेड्डी) और चिराग (सेठी) ने पिछले सप्ताह ही वियतनाम ओपन जीता था। काफी जूनियर खिलाड़ी भी निकलकर आ रहे। यह आसान बात नहीं है। हम सही दिशा में जा रहे इसमें समय लगेगा और फिर जो परिणाम महिला एकल में आए हैं वह पुरुष एकल में आएंगे।
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