Advertisement
दुतीचंद ने 200 मीटर रेस में हिमा दास के फाउल होने को लेकर कहा...
दुती ने कहा, स्पोट्र्स में थोड़ी सी भी गलती होने के कारण आपको
प्रतियोगिता से निकाल दिया जाता है या अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। जैसा
कि हिमा के साथ हुआ। 18 साल की हिमा ने आईएएएफ विश्व अंडर-20 चैम्पियनशिप
में स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था। एशियाई खेलों में भी उनसे स्वर्ण पदक की
उम्मीद थी और वे इसकी दावेदार भी थीं। लेकिन सेमीफाइनल में उनके फाउल होने
के कारण भारत के पदक जीतने की उम्मीदों को झटका लगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या हिमा के अनुभवहीन होने के कारण ऐसा हुआ, ओडिशा की रहने वाली दुती ने कहा, हिमा को अभी बहुत आगे जाना है। मुझे लगता है कि उन्हें ऐसी गलतियों से बचना चाहिए और इसके ऊपर ध्यान देना चाहिए। यह पूछे जाने कि क्या आपने इसके बारे में हिमा से बात की, उन्होंने कहा, मैंने ट्रेनिंग के दौरान ही हिमा को सबकुछ समझा दिया था।
मैंने उनसे कहा था कि 400 मीटर की रेस में आप थोड़ा बहुत जोखिम उठा सकती हो, लेकिन 100 और 200 मीटर में बहुत मुश्किल होता है क्योंकि इसमें आपको पूरी तरह से सतर्क रहना पड़ता है। दुती ने कहा, ये स्पर्धाएं बहुत तकनीकी होती हैं और अगर इनमें थोड़ी सी भी गलती हुई तो आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। हिमा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। लेकिन मुझे लगता है कि समय के साथ वे इन सब चीजों पर काबू पा लेंगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या हिमा के अनुभवहीन होने के कारण ऐसा हुआ, ओडिशा की रहने वाली दुती ने कहा, हिमा को अभी बहुत आगे जाना है। मुझे लगता है कि उन्हें ऐसी गलतियों से बचना चाहिए और इसके ऊपर ध्यान देना चाहिए। यह पूछे जाने कि क्या आपने इसके बारे में हिमा से बात की, उन्होंने कहा, मैंने ट्रेनिंग के दौरान ही हिमा को सबकुछ समझा दिया था।
मैंने उनसे कहा था कि 400 मीटर की रेस में आप थोड़ा बहुत जोखिम उठा सकती हो, लेकिन 100 और 200 मीटर में बहुत मुश्किल होता है क्योंकि इसमें आपको पूरी तरह से सतर्क रहना पड़ता है। दुती ने कहा, ये स्पर्धाएं बहुत तकनीकी होती हैं और अगर इनमें थोड़ी सी भी गलती हुई तो आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। हिमा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। लेकिन मुझे लगता है कि समय के साथ वे इन सब चीजों पर काबू पा लेंगी।
ये भी पढ़ें - टेस्ट सीरीज से बाहर हुए कमिंस व हैजलवुड, ये ले सकते हैं जगह
Advertisement
Advertisement
खेल
Advertisement