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एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी : भारत ने जापान को दी मात, आज पाक से फाइनल
मस्कट (ओमान)। मौजूदा विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई स्वर्ण पदक विजेता जापान को 3-2 से हराकर हीरो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल में प्रवेश कर लिया है जहां आज रविवार को खिताब के लिए उसका सामना पाकिस्तान से होगा। यहां शनिवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने मलेशिया को शूटआउट में 3-1 से मात देकर फाइनल में कदम रखा था और अब भारत के फाइनल में पहुंचने से दोनों टीमों के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा।
भारत इससे पहले 2011 और 2016 के फाइनल में पाकिस्तान से भिड़ चुका है जहां दोनों बार उसने पाकिस्तान को पीटकर खिताब अपने नाम किया था। भारत के लिए सेमीफाइनल में गुरजंत ने 19वें, चिंगलेनसाना ने 44वें और दिलप्रीत ने 55वें मिनट में गोल दागे। वहीं, जापान की ओर से हिरोताका वाकुरी ने 22वें और हिरोताका जेनदाना ने 56वें मिनट में गोल किए । भारत ने मैच की शुरुआत में ही मिले पेनल्टी कॉर्नर जाया कर दिया।
पहले क्वार्टर में दोनों टीमें एक-दूसरे पर दबाव मौका ढूंढ़ती रहीं लेकिन किसी को भी सफलता नहीं मिल सकी। वहीं, दूसरे क्वार्टर में 19वें मिनट में गुरजंत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी। हालांकि भारतीय टीम अपनी इस बढ़त को ज्यादा देर कायम नहीं रख पाई और तीन मिनट बाद ही 22वें मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर हिरोताका ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया और मैच के हाफ टाइम तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं। भारत ने पहले हाफ में तीन पेनल्टी कॉर्नर गंवाए।
हाफ टाइम के बाद दोनों टीमों ने एक बार फिर एक-दूसरे पर बढ़त बनाने के लिए संघर्ष शुरू किया। तीसरे क्वार्टर के खत्म होने से एक मिनट पहले ही भारत को मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर हासिल हुआ। इस बार वरुण के ड्रेग फ्लिक को चिंगलेनसाना ने डिफ्लेक्ट कर गोल पोस्ट की ओर धकेल दिया और भारत को मैच में 2-1 की बढ़त मिल गई।
चौथे और अंतिम क्वार्टर में जापान ने बराबरी करने के लगातार मौका तलाशे लेकिन भारतीय टीम ने ऐसा नहीं होने दिया। मैच के 55वें मिनट में दिलप्रीत ने एक शानदार मैदानी गोल दागकर 3-1 से आगे कर दिया । हालांकि अगले ही मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला। हिरोताका जेनदाना ने गोल दाग कर स्कोर 2-3 कर दिया। आखिरी के चार मिनटों में भारतीय टीम ने और कोई गोल नहीं होने दिया।
भारत इससे पहले 2011 और 2016 के फाइनल में पाकिस्तान से भिड़ चुका है जहां दोनों बार उसने पाकिस्तान को पीटकर खिताब अपने नाम किया था। भारत के लिए सेमीफाइनल में गुरजंत ने 19वें, चिंगलेनसाना ने 44वें और दिलप्रीत ने 55वें मिनट में गोल दागे। वहीं, जापान की ओर से हिरोताका वाकुरी ने 22वें और हिरोताका जेनदाना ने 56वें मिनट में गोल किए । भारत ने मैच की शुरुआत में ही मिले पेनल्टी कॉर्नर जाया कर दिया।
पहले क्वार्टर में दोनों टीमें एक-दूसरे पर दबाव मौका ढूंढ़ती रहीं लेकिन किसी को भी सफलता नहीं मिल सकी। वहीं, दूसरे क्वार्टर में 19वें मिनट में गुरजंत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी। हालांकि भारतीय टीम अपनी इस बढ़त को ज्यादा देर कायम नहीं रख पाई और तीन मिनट बाद ही 22वें मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर हिरोताका ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया और मैच के हाफ टाइम तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं। भारत ने पहले हाफ में तीन पेनल्टी कॉर्नर गंवाए।
हाफ टाइम के बाद दोनों टीमों ने एक बार फिर एक-दूसरे पर बढ़त बनाने के लिए संघर्ष शुरू किया। तीसरे क्वार्टर के खत्म होने से एक मिनट पहले ही भारत को मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर हासिल हुआ। इस बार वरुण के ड्रेग फ्लिक को चिंगलेनसाना ने डिफ्लेक्ट कर गोल पोस्ट की ओर धकेल दिया और भारत को मैच में 2-1 की बढ़त मिल गई।
चौथे और अंतिम क्वार्टर में जापान ने बराबरी करने के लगातार मौका तलाशे लेकिन भारतीय टीम ने ऐसा नहीं होने दिया। मैच के 55वें मिनट में दिलप्रीत ने एक शानदार मैदानी गोल दागकर 3-1 से आगे कर दिया । हालांकि अगले ही मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला। हिरोताका जेनदाना ने गोल दाग कर स्कोर 2-3 कर दिया। आखिरी के चार मिनटों में भारतीय टीम ने और कोई गोल नहीं होने दिया।
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