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KIYG में पदक जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने शूटर अभिनव शॉ
पुणे। पश्चिम बंगाल के निशानेबाज अभिनव शॉ खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। 10 साल के शॉ ने केआईवाईजी-2019 के पांचवें दिन रविवार को अपने टीम साथी मेहुली घोष के साथ मिलकर 10 मीटर एयर रायफल मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाते हुए घोष के दूसरे स्वर्ण पदक को सुनिश्वित किया।
छठी कक्षा में पढऩे वाले शॉ को अपने लय में आने और अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए अपना समय निर्धारित करना पड़ा क्योंकि वह 16 निशानेबाजों के बीच होने वाले जूनियर (अंडर-21) और यूथ (अंडर -17) की व्यक्तिगत स्पर्धाओं के लिए नहीं चुने गए थे। पश्चिम बंगाल की टीम क्वालीफिकेशन में 831.7 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर थे और फाइनल में उन्होंने 501.7 का स्कोर करते हुए स्वर्ण पदक हासिल कर लिया।
पश्चिम बंगाल ने तिरुवनंतपुरमर में जूनियर फाइनल में 498.2 और यूथ फाइनल में 498.8 का स्कोर किया था। शॉ अपने प्रदर्शन से न केवल सबसे युवा पदक विजेता बने बल्कि उन्होंने टीम साथियों, राज्य और अपने माता-पिता को भी गौरवान्वित किया। शॉ अपने कोच जोयदीप करमाकर की देखरेख में ट्रेनिंग करते हैं जो 2012 ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने से चूक गए थे।
छठी कक्षा में पढऩे वाले शॉ को अपने लय में आने और अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए अपना समय निर्धारित करना पड़ा क्योंकि वह 16 निशानेबाजों के बीच होने वाले जूनियर (अंडर-21) और यूथ (अंडर -17) की व्यक्तिगत स्पर्धाओं के लिए नहीं चुने गए थे। पश्चिम बंगाल की टीम क्वालीफिकेशन में 831.7 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर थे और फाइनल में उन्होंने 501.7 का स्कोर करते हुए स्वर्ण पदक हासिल कर लिया।
पश्चिम बंगाल ने तिरुवनंतपुरमर में जूनियर फाइनल में 498.2 और यूथ फाइनल में 498.8 का स्कोर किया था। शॉ अपने प्रदर्शन से न केवल सबसे युवा पदक विजेता बने बल्कि उन्होंने टीम साथियों, राज्य और अपने माता-पिता को भी गौरवान्वित किया। शॉ अपने कोच जोयदीप करमाकर की देखरेख में ट्रेनिंग करते हैं जो 2012 ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने से चूक गए थे।
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