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इंटरनेट सेंसेशन बना योगी का 'गुल्लू'
गोरखपुर । रविवार को सोशल मीडिया पर
योगी की तस्वीरें वायरल होने के कुछ घंटों बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
का नया पालतू कुत्ता गुल्लू इंटरनेट सनसनी बन गया।
मुख्यमंत्री ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और जब वह बाहर आए तो काले लैब्राडोर पिल्ला गुल्लू उनका अभिवादन करने के लिए दौड़ पड़ा।
मुख्यमंत्री ने पिल्ला को प्यार किया और उसे बिस्कुट खिलाया, मंदिर परिसर में मौजूद लोगों ने जमकर तस्वीरें क्लिक कीं।
मंदिर परिसर के सूत्रों ने कहा कि योगी आदित्यनाथ गुल्लू के बहुत शौकीन है और जब भी वह मंदिर आते है तो गुल्लू हमेशा मुख्यमंत्री से मिलने के लिए दौड़ पड़ता है।
इससे पहले मुख्यमंत्री के पास कालू नाम का एक काला कुत्ता था।
कालू ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाई, जिन्होंने उसे पनीर के टुकड़े खिलाए।
कालू को दिसंबर 2016 में गोरक्ष मंदिर में लाया गया था और योगी आदित्यनाथ तीन महीने बाद मार्च 2017 में मुख्यमंत्री बने। योगी के पास पहले राजा बाबू नाम का एक कुत्ता था, जिसकी मृत्यु हो गई थी और वह (योगी) उसके बाद काफी परेशान हो गए थे।
मंदिर के एक सूत्र ने कहा कि यह काला कुत्ता दिल्ली में योगी जी को मंदिर के एक भक्त ने उपहार में दिया था। कुछ समय के लिए कालू दिल्ली में रहा और फिर गोरखपुर लाया गया था।
--आईएएनएस
मुख्यमंत्री ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और जब वह बाहर आए तो काले लैब्राडोर पिल्ला गुल्लू उनका अभिवादन करने के लिए दौड़ पड़ा।
मुख्यमंत्री ने पिल्ला को प्यार किया और उसे बिस्कुट खिलाया, मंदिर परिसर में मौजूद लोगों ने जमकर तस्वीरें क्लिक कीं।
मंदिर परिसर के सूत्रों ने कहा कि योगी आदित्यनाथ गुल्लू के बहुत शौकीन है और जब भी वह मंदिर आते है तो गुल्लू हमेशा मुख्यमंत्री से मिलने के लिए दौड़ पड़ता है।
इससे पहले मुख्यमंत्री के पास कालू नाम का एक काला कुत्ता था।
कालू ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाई, जिन्होंने उसे पनीर के टुकड़े खिलाए।
कालू को दिसंबर 2016 में गोरक्ष मंदिर में लाया गया था और योगी आदित्यनाथ तीन महीने बाद मार्च 2017 में मुख्यमंत्री बने। योगी के पास पहले राजा बाबू नाम का एक कुत्ता था, जिसकी मृत्यु हो गई थी और वह (योगी) उसके बाद काफी परेशान हो गए थे।
मंदिर के एक सूत्र ने कहा कि यह काला कुत्ता दिल्ली में योगी जी को मंदिर के एक भक्त ने उपहार में दिया था। कुछ समय के लिए कालू दिल्ली में रहा और फिर गोरखपुर लाया गया था।
--आईएएनएस
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