Advertisement
रोहतांग टनल के कार्य में मौसम बनने लगा बाधा
कुल्लू (धर्मचंद यादव)। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रोहतांग सुरंग परियोजना के निर्माण में अब मौसम बाधा बनने लगा है। सुरंग के दोनों छोर में तापमान माइनस से नीचे आ गया है। खून जमा देने वाली ठंड ने कामगारों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। परिणाम स्वरूप साउथ पोर्टल में काम की गति धीमी हो गई है, जबकि लाहुल की ओर नोर्थ पोर्टल में सुरंग का कार्य समेटने की तैयारी चली हुई है। नोर्थ पोर्टल में सर्दियों के चलते 5 महीनों के लिए कार्य बंद रहेगा। टनल के दोनों ओर से 8.8 किलोमीटर लंबी सुरंग की खुदाई होनी है, जिसमें से साढ़े सात किलोमीटर खुदाई पूरी चुकी है। खुदाई का कार्य अब डेढ़ किलोमीटर से भी कम रह गया है। जैसे- जैसे खुदाई कार्य समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, बीआरओ सहित स्ट्रावेग-एफकान और स्मैक कंपनी के हौसले बुलंद हो रहे हैं। बीआरओ इंजीनियरों का कहना है कि विकट परिस्थितियों में बनाई जा रही रोहतांग सुरंग परियोजना से उन्हें सीखने के लिए भी बहुत कुछ मिला है। सुरंग के साउथ पोर्टल पर पानी के रिसाव से मिली चुनौती को पार पा चुके बीआरओ के अधिकारी व इंजीनियर अब अपने को मंजिल के करीब पहुंचा हुआ मान रहे हैं। स्ट्राबेग-एफकान कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील त्यागी का कहना है कि सुरंग निर्माण में उन्हें भी बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन अब कंपनी के हौंसले बुलंद हैं। डिजाइन में बेहतरीन भूमिका निभा रही स्मैक कंपनी के मैनेजर राजेश अरोड़ा का कहना है कि माइनस तापमान से दिक्कतें तो आई हैं, लेकिन काम निरंतर जारी है। बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना के निदेशक कर्नल संजय थपलियाल ने बताया कि सुरंग के दोनों छोर में पारा माइनस के पार हो गया है। सर्दियों को देखते हुए लाहुल की ओर नोर्थ पोर्टल में काम को समेटने की तैयारी की जा रही है। कर्नल ने बताया कि सुरंग की खुदाई का 1400 मीटर कार्य शेष रह गया है। उन्होंने बताया कि मनाली की ओर साउथ पोर्टल में खुदाई का कार्य सर्दियों में भी चलता रहेगा।
खास खबर Exclusive: कई गलियों में बार बार बिका किशोर, पढ़ कांप जाएगी रूह
Advertisement
Advertisement
कुल्लू
हिमाचल प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement