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लाल किले में हिंसा अपमानजनक - अमरिंदर सिंह
चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री
अमरिंदर सिंह ने बुधवार को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली खासकर के लाल किले में
हुई हिंसा को देश के लिए अपमान करार दिया और कहा कि इस कृत्य ने देश को
शर्मसार किया है और किसानों के आंदोलन को कमजोर किया है।
बावजूद इसके उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि वह किसानों के साथ खड़े हैं,
क्योंकि कृषि कानून गलत हैं और भारत के संघीय तानेबाने के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि लाल किला स्वतंत्र भारत का प्रतीक है और हजारों भारतीयों ने किले के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए देखने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता की पूरी लड़ाई लड़ी थी ।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को जो हुआ, उससे मेरा सिर शर्म से झुक गया।"
उन्होंने कहा, जिसने भी यह किया है (लाल किले पर हिंसा) उसने देश को शर्मसार किया है और दिल्ली पुलिस को जांच करनी चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।
अमरिंदर सिंह ने कहा, "कृषि कानून गलत हैं, यही वजह है कि हमने अपने कानून पारित किए हैं। कृषि राज्य का विषय है, फिर भी अध्यादेश लाने से पहले हमसे नहीं पूछा गया।"
--आईएएनएस
उन्होंने कहा कि लाल किला स्वतंत्र भारत का प्रतीक है और हजारों भारतीयों ने किले के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए देखने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता की पूरी लड़ाई लड़ी थी ।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को जो हुआ, उससे मेरा सिर शर्म से झुक गया।"
उन्होंने कहा, जिसने भी यह किया है (लाल किले पर हिंसा) उसने देश को शर्मसार किया है और दिल्ली पुलिस को जांच करनी चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।
अमरिंदर सिंह ने कहा, "कृषि कानून गलत हैं, यही वजह है कि हमने अपने कानून पारित किए हैं। कृषि राज्य का विषय है, फिर भी अध्यादेश लाने से पहले हमसे नहीं पूछा गया।"
--आईएएनएस
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