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विकास ने सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग में हिमाचल को दिलाए चार गोल्ड मेडल
हमीरपुर
(विजयेन्दर शर्मा)। अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर विकास ठाकुर
ने हिमाचल को आजादी के बाद पहली बार सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग एक साथ चार
गोल्ड दिलाकर नया इतिहास रचा है। विकास ठाकुर की इस कामयाबी से वेटलिफ्टिंग
में देश में हिमाचल में नया सुर्योदय हुआ है।विकास ठाकुर इस बार
राष्ट्रमंडल खेलों में भी भाग लेंगे। विकास को इस कामयाबी के बधाइयों का
तांता लगा हुआ है।
वेटलिफटिंग में विकास ठाकुर कोई नया नाम नहीं है। अब तक सैंकड़ों पदक वह देश की झोली में डाल चुके हैं। लेकिन बुधवार को उन्होंने नया कारनामा कर हिमाचल का नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा दिया। जिसके आजादी के दशकों बाद भी कोई सूरमा नहीं करवा पाया था। अब तक विकास ठाकुर सर्विसेज टीम की ओर से खेलते थे, लेकिन पहली बार उन्होंने हिमाचल की ओर से प्रतिनिधित्व किया। बुधवार को सुबह लगभग साढ़े 11 बजे कर्नाटक के मैंगलूरू में उनका मुकाबला हुआ। जिसमें उन्होंने हिमाचल को 70वीं सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चार गोल्ड दिलाए तथा दूसरे स्थान पर सर्विसेज आर्मी के खिलाड़ी रहे। उन्होंने 94 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया तथा कुल 332 किलोग्राम भार उठाया। क्लीन के साथ ही जर्क व ओवरऑल में विकास ने चार गोल्ड पाने में विजयी पाई है। अपने भार वर्ग में उन्होंने मुकाबले को पूरी तरह से एकतरफा बना दिया था। 21 से 25 जनवरी तक इसका आयोजन हो रहा है।
विकास ठाकुर की उपलिब्ध पर हर किसी हिमाचली को नाज है तथा विकास के साथ ही उनके परिजनों को बधाई देने का सिलसिला तेज हो गया है। विकास ठाकुर इस साल चार से दस अप्रैल को होने वाली राष्ट्रमंडल खेलों में भी भाग लेंगे। इसके लिए उनका चयन पहले ही हो गया है। विकास ठाकुर ने चार साल पहले ग्लासगो में हुई राष्ट्रमंडल खेलों में देश को रजत पदक दिलाया था। इसके बाद वह सुर्खियों में रहे थे तथा देश के श्रेष्ठ खिलाडिय़ों में वह शुमार है। विकास ठाकुर के पिता बृज ठाकुर व माता आशा ठाकुर का कहना है कि उनके पुत्र ने हर कदम पर कामयाबी हासिल की है तथा इस बार उन्होंने हिमाचल का प्रतिनिधित्व कर प्रदेश को नई याति दिलाई है।
वेटलिफटिंग में विकास ठाकुर कोई नया नाम नहीं है। अब तक सैंकड़ों पदक वह देश की झोली में डाल चुके हैं। लेकिन बुधवार को उन्होंने नया कारनामा कर हिमाचल का नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा दिया। जिसके आजादी के दशकों बाद भी कोई सूरमा नहीं करवा पाया था। अब तक विकास ठाकुर सर्विसेज टीम की ओर से खेलते थे, लेकिन पहली बार उन्होंने हिमाचल की ओर से प्रतिनिधित्व किया। बुधवार को सुबह लगभग साढ़े 11 बजे कर्नाटक के मैंगलूरू में उनका मुकाबला हुआ। जिसमें उन्होंने हिमाचल को 70वीं सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चार गोल्ड दिलाए तथा दूसरे स्थान पर सर्विसेज आर्मी के खिलाड़ी रहे। उन्होंने 94 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया तथा कुल 332 किलोग्राम भार उठाया। क्लीन के साथ ही जर्क व ओवरऑल में विकास ने चार गोल्ड पाने में विजयी पाई है। अपने भार वर्ग में उन्होंने मुकाबले को पूरी तरह से एकतरफा बना दिया था। 21 से 25 जनवरी तक इसका आयोजन हो रहा है।
विकास ठाकुर की उपलिब्ध पर हर किसी हिमाचली को नाज है तथा विकास के साथ ही उनके परिजनों को बधाई देने का सिलसिला तेज हो गया है। विकास ठाकुर इस साल चार से दस अप्रैल को होने वाली राष्ट्रमंडल खेलों में भी भाग लेंगे। इसके लिए उनका चयन पहले ही हो गया है। विकास ठाकुर ने चार साल पहले ग्लासगो में हुई राष्ट्रमंडल खेलों में देश को रजत पदक दिलाया था। इसके बाद वह सुर्खियों में रहे थे तथा देश के श्रेष्ठ खिलाडिय़ों में वह शुमार है। विकास ठाकुर के पिता बृज ठाकुर व माता आशा ठाकुर का कहना है कि उनके पुत्र ने हर कदम पर कामयाबी हासिल की है तथा इस बार उन्होंने हिमाचल का प्रतिनिधित्व कर प्रदेश को नई याति दिलाई है।
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