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उत्तराखंड पुलिस घर से बुलाकर बांट रही करोड़ों के मोबाइल फोन, ये है कारण

khaskhabar.com : गुरुवार, 16 जनवरी 2020 4:11 PM (IST)
उत्तराखंड पुलिस घर से बुलाकर बांट रही करोड़ों के मोबाइल फोन, ये है कारण
देहरादून। हिंदुस्तान में क्या आपने कभी किसी राज्य, जिला या थाना पुलिस को घर से बुला-बुलाकर लोगों को कीमती मोबाइल फोन बांटने की खबर देखी-सुनी या पढ़ी है। आपका जबाब होगा नहीं। यहां आप गलत हैं। ऐसा भी हो रहा है। करीब डेढ़ अरब की आबादी वाले लोकतांत्रिक देश हिंदुस्तान में ऐसा भी हो रहा है। यह कोई कहानी नहीं हकीकत है। इस हकीकत को सिर-ए-अंजाम चढ़ा रही है उत्तराखंड राज्य पुलिस।

जी हां, राजधानी देहरादून पुलिस की मोबाइल रिकवरी सेल के बाहर इन दिनों मोबाइल पाने वालों की लंबी लाइन लगी है। यह लाइन लगवाई है खुद देहरादून पुलिस ने घर-घर से लोगों को बुलवाकर। यह मोबाइल फोन भी कोई दो-चार सौ या हजार-दो-हजार की कीमत के नहीं हैं। बांटे जाने वाले इन मोबाइल फोन की कीमत है दो करोड़ रुपए से भी ज्यादा की। गुरुवार को फोन पर आईएएनएस से इसकी पुष्टि खुद उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अशोक कुमार ने की।

अशोक कुमार ने आईएएनएस से कहा, राज्य में वे पीडि़त लोग जिनके मोबाइल फोन चोरी हो जाते थे या फिर जिनके मोबाइल फोन छीन लिए जाते थे, थाने-चौकी में पहुंचते थे, परेशान होते रहते थे। कुछ लोग थाने-चौकी और कानून के झमेलों से बचने के लिए पुलिस के पास जाने से ही कतरा जाते थे। जो लोग मोबाइल चोरी की शिकायत नहीं करते थे, वे मामले कानून की ²ष्टि में समाज के लिए और भी खतरनाक हो जाते हैं।

राज्य के पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने आईएएनएस को आगे बताया, जिन मोबाइल चोरी के मामलों की अधिकृत सूचना पुलिस के पास मौजूद नहीं है। वे मोबाइल फोन किसी आपराधिक घटना में इस्तेमाल होने पर पुलिस और मोबाइल फोन स्वामी दोनों के लिए ही सिर-दर्द बन जा रहे थे। यह तमाम तथ्य मेरे संज्ञान में आए। उसी समय मैने तय कर लिया कि मोबाइल फोन चोरी-झपटमारी से संबंधित मामलों में पुलिस को तुरंत पीडि़तों की मदद करना जरूरी है।

पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार के अनुसार, लिहाजा मैंने साइबर सेल के अधीन मोबाइल रिकवरी सेल गठित कर दी। मोबाइल रिकवरी सेल का काम ही सिर्फ खोए और चोरी हुए मोबाइल फोन की तलाश करना रखा गया। यह बात है नवंबर 2017 के आसपास की। इसका मुख्यालय बनाया गया देहरादून में गांधी रोड पर स्थित साइबर सेल कार्यालय में ही।

जानकारी के मुताबिक, मोबाइल रिकवरी सेल खोए हुए मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाने लगी। धीरे-धीरे राज्य पुलिस द्वारा गठित मोबाइल रिकवरी सेल को कामयाबी मिलने लगी। बीते साल यानि सन् 2019 में मोबाइल रिकवरी सेल ने 781 मोबाइल फोन बरामद कर लिए। इनकी अनुमानित कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी गई।

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