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संस्कारों में उपनयन संस्कारों का विशेष महत्व: बंबर ठाकुर
बिलासपुर। सदर बिलासपुर के विधायक बंबर ठाकुर ने कहा है कि मानव की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए जन्म से मौत तक अलग-अलग समय पर कई संस्कारों की व्यवस्था की गई है, जिसमें उपनयन संस्कार का विशेष महत्व है। वे बिलासपुर के डीएवी स्कूल के जुबली समारोह के समापन पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति में जरुरी माना गया है। जब हमारे जीवन में बुरे संस्कारों की आंधी आती है, तो अच्छे संस्कार ही जड़ का कार्य करके मनुष्य को उखड़ने से बचाते हैं।
ठाकुर ने कहा कि डीएवी शिक्षण संस्थाओं में ऐसी व्यवस्था है कि वे विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ-साथ उनके चरित्र एवं संस्कार निर्माण पर भी विशेष ध्यान देते हैं और यही कारण है कि आज डीएवी हर क्षेत्र में आग रहता है और उसमें पढ़ने वाले विद्यार्थी भी उत्कृष्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि सफलता तभी मिल सकती है जब हम शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी अपनाएं। उन्होंने प्रधानाचार्य तथा स्टाफ की समाजिक गतिविधियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए सराहना की । इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य के.पार्थिपन ने उनका स्वागत किया और बताया कि इस समारोह का उद्घाटन आर्य रत्तन डा. पूनम सूरी के द्वारा किया गया था। प्रधानाचार्य ने बताया कि 1000 से अधिक बच्चों ने जुबली समारोह में प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया। कार्यक्रम सरस्वती बन्दना के साथ आरम्भ किया गया।
प्रधानाचार्य द्वारा 1986 से लेकर अब तक स्कूल का इतिहास बताया गया। इस अवसर पर गृह रक्षक विभाग के कर्मचारियों को बच्चों को मुफ्त बैंड टेनिंग देने के लिए सम्मानित किया गया। नगरपालिका के सभी काउंसलरों को स्वच्छ भारत कार्यक्रम के साथ सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य ने कहा कि जून 2017 तक जूनियर विंग तैयार हो जाएगा तथा एक बडा नया सभा कक्ष बनाया जाएगा तथा आधुनिक ष्शौचालय अप्रैल 2017 तक तैयार हो जाएंगे। उन्होने बताया कि फरवरी 2017 से सारे जंक फूड रोक दिए जाएंगें। कार्यक्रम में 25 सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर आशाराम शर्मा प्रशासनिक अधिकारी गृहरक्षक विभाग, करीम खान, अनिल वात्सयायन तथा कालेज के प्रोफेसर भी इस समारोह में मौजूद थे।
ठाकुर ने कहा कि डीएवी शिक्षण संस्थाओं में ऐसी व्यवस्था है कि वे विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ-साथ उनके चरित्र एवं संस्कार निर्माण पर भी विशेष ध्यान देते हैं और यही कारण है कि आज डीएवी हर क्षेत्र में आग रहता है और उसमें पढ़ने वाले विद्यार्थी भी उत्कृष्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि सफलता तभी मिल सकती है जब हम शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी अपनाएं। उन्होंने प्रधानाचार्य तथा स्टाफ की समाजिक गतिविधियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए सराहना की । इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य के.पार्थिपन ने उनका स्वागत किया और बताया कि इस समारोह का उद्घाटन आर्य रत्तन डा. पूनम सूरी के द्वारा किया गया था। प्रधानाचार्य ने बताया कि 1000 से अधिक बच्चों ने जुबली समारोह में प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया। कार्यक्रम सरस्वती बन्दना के साथ आरम्भ किया गया।
प्रधानाचार्य द्वारा 1986 से लेकर अब तक स्कूल का इतिहास बताया गया। इस अवसर पर गृह रक्षक विभाग के कर्मचारियों को बच्चों को मुफ्त बैंड टेनिंग देने के लिए सम्मानित किया गया। नगरपालिका के सभी काउंसलरों को स्वच्छ भारत कार्यक्रम के साथ सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य ने कहा कि जून 2017 तक जूनियर विंग तैयार हो जाएगा तथा एक बडा नया सभा कक्ष बनाया जाएगा तथा आधुनिक ष्शौचालय अप्रैल 2017 तक तैयार हो जाएंगे। उन्होने बताया कि फरवरी 2017 से सारे जंक फूड रोक दिए जाएंगें। कार्यक्रम में 25 सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर आशाराम शर्मा प्रशासनिक अधिकारी गृहरक्षक विभाग, करीम खान, अनिल वात्सयायन तथा कालेज के प्रोफेसर भी इस समारोह में मौजूद थे।
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