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उप्र : सदमे से बीमार दलित शिक्षक केजीएमयू में भर्ती
लखनऊ/बांदा। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के बिलगांव स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में कार्यरत जिस शिक्षक को कथित जातिगत टिप्पणी से सदमा लगा, उनकी तबीयत मंगलवार रात और बिगड़ जाने के बाद गुरुवार को उनका इलाज केजीएमयू के मानसिक चिकित्सा विभाग में शुरू हुआ है। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ के मानसिक चिकित्सा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पवन कुमार ने बताया कि यहां बांदा के शिक्षक भूपेंद्र कुमार का उपचार गुरुवार से शुरू किया गया है, उन्हें कोई सदमा लगा है। अभी दो हफ्ते की दवा दी गई है और उन्हें आराम की जरूरत है।
बांदा जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अभिनव ने बताया, "राजकीय इंटर कॉलेज बिलगांव के अंग्रेजी के विषय के शिक्षक भूपेंद्र कुमार की तबीयत मंगलवार रात और ज्यादा बिगड़ गई, उन्हें बुधवार सुबह रेफर कर एंबुलेंस से लखनऊ पहुंचाया गया है। जहां किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में उनका उपचार चल रहा है।"
चिकित्सक ने बताया कि शिक्षक को उच्च रक्तचाप की शिकायत पर सोमवार की दोपहर यहां भर्ती कराया गया था, लेकिन स्वास्थ्य में कुछ सुधार होने पर रात में छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन मंगलवार की शाम दोबारा भर्ती होने पर लखनऊ रेफर किया गया।
दलित शिक्षक ने सोमवार को अपने ही विद्यालय के प्रभारी प्रिंसिपल पर 'जातिगत' टिप्पणी कर बच्चों के सामने अपमानित करने का कथित आरोप लगाया था। बताया गया है कि अपमान से उन्हें सदमा लगा, जिस कारण उनकी तबीयत खराब हो गई। प्रिंसिपल आशीर्वाद सिंह शिक्षक के आरोपों को पहले ही बेबुनियाद बता चुके हैं। (आईएएनएस)
बांदा जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अभिनव ने बताया, "राजकीय इंटर कॉलेज बिलगांव के अंग्रेजी के विषय के शिक्षक भूपेंद्र कुमार की तबीयत मंगलवार रात और ज्यादा बिगड़ गई, उन्हें बुधवार सुबह रेफर कर एंबुलेंस से लखनऊ पहुंचाया गया है। जहां किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में उनका उपचार चल रहा है।"
चिकित्सक ने बताया कि शिक्षक को उच्च रक्तचाप की शिकायत पर सोमवार की दोपहर यहां भर्ती कराया गया था, लेकिन स्वास्थ्य में कुछ सुधार होने पर रात में छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन मंगलवार की शाम दोबारा भर्ती होने पर लखनऊ रेफर किया गया।
दलित शिक्षक ने सोमवार को अपने ही विद्यालय के प्रभारी प्रिंसिपल पर 'जातिगत' टिप्पणी कर बच्चों के सामने अपमानित करने का कथित आरोप लगाया था। बताया गया है कि अपमान से उन्हें सदमा लगा, जिस कारण उनकी तबीयत खराब हो गई। प्रिंसिपल आशीर्वाद सिंह शिक्षक के आरोपों को पहले ही बेबुनियाद बता चुके हैं। (आईएएनएस)
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