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टोल फ्री नं. पर दें मातृ मृत्यु की सूचना और पाएं 1000 रुपए
झांसी। मातृ मृत्यु के आकंड़ों की सही जानकारी हासिल करने के लिए प्रदेश स्तर पर एक टोल नबंर 1800-180-1900 वर्ष 2017 से चलाया जा रहा है। जो 24 घंटे उपलब्ध रहता है। इसके अंतर्गत मातृ मृत्यु की सबसे पहले सूचना देने वाले को प्रदेश सरकार की ओर से एक हजार का इनाम भी दिया जाता है। सरकार इस नंबर की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोर्गों तक पहुंचाना चाहती है, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा मातृ मृत्यु के बारे में पता चल सके। क्योंकि मातृ मृत्युु पर नियत्रंण अभी भी स्वास्थ्य विभाग के लिए एक सवाल बना हुआ है।
जिसके पीछे मुख्य कारण मातृ मृत्यु के पीछे के कारणों का पता न चल पाना है और ये इस वजह से हो रहा हैं, कि कहीं न कहीं जो महिलाएं गर्भावस्था या प्रसव के बाद मर रही है। उनकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुुंच पा रही हैं। इसीलिए प्रदेश सरकार द्वारा ये टोल फ्री नंबर चलाया जा रहा है। लेकिन अभी भी उस स्तर कि सूचनाएं नहीं मिल रही है। जितनी मिलनी चाहिए। जैसे कि ललितपुर और जालौन में अभी तक कोई भी कॉल अंकित नहीं की गर्ई है। जबकि झांसी में कुछ कॉल आई है। अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 तक झांसी मण्डल में 123 महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के बाद मृत्यु हो गर्ई है। जिसमें जालौन में लगभग 32, ललितपुर में 41 और झांसी में 48 मृत्यु हुई हैं। ये वो आंकड़े हैं जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली है। जबकि ऐसी न जाने कितनी महिलाएं अपने प्रसव या गर्भावस्था के दौरान मर जाती है, जिनका कोई आंकड़ा ही नहीं है।
क्योंकि उनकी मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिल पाती है। इसी अंतर को खत्म करने के लिए ही ये टोल फ्री नंबर चलाया जा रहा हैं, जिससे कि मातृ मृत्यु के सही आंकड़ों का पता लगाया जा सके। इसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति 15 से 45 वर्ष की ऐसी महिला जिसकी मृत्यु गर्भावस्था, प्रसव के दौरान व प्रसव के पश्चात 42 दिनों के अंदर हुई है, उसकी सूचना दे सकता है। वास्तविक मातृ मृत्यु की सूचना देने वालों को अपना नाम, पता का नाम, मोबाइल नंबर एवं जिस महिला की मृत्यु हुई है, उसकी जानकारी देनी होती है।
जिसके पीछे मुख्य कारण मातृ मृत्यु के पीछे के कारणों का पता न चल पाना है और ये इस वजह से हो रहा हैं, कि कहीं न कहीं जो महिलाएं गर्भावस्था या प्रसव के बाद मर रही है। उनकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुुंच पा रही हैं। इसीलिए प्रदेश सरकार द्वारा ये टोल फ्री नंबर चलाया जा रहा है। लेकिन अभी भी उस स्तर कि सूचनाएं नहीं मिल रही है। जितनी मिलनी चाहिए। जैसे कि ललितपुर और जालौन में अभी तक कोई भी कॉल अंकित नहीं की गर्ई है। जबकि झांसी में कुछ कॉल आई है। अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 तक झांसी मण्डल में 123 महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के बाद मृत्यु हो गर्ई है। जिसमें जालौन में लगभग 32, ललितपुर में 41 और झांसी में 48 मृत्यु हुई हैं। ये वो आंकड़े हैं जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली है। जबकि ऐसी न जाने कितनी महिलाएं अपने प्रसव या गर्भावस्था के दौरान मर जाती है, जिनका कोई आंकड़ा ही नहीं है।
क्योंकि उनकी मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिल पाती है। इसी अंतर को खत्म करने के लिए ही ये टोल फ्री नंबर चलाया जा रहा हैं, जिससे कि मातृ मृत्यु के सही आंकड़ों का पता लगाया जा सके। इसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति 15 से 45 वर्ष की ऐसी महिला जिसकी मृत्यु गर्भावस्था, प्रसव के दौरान व प्रसव के पश्चात 42 दिनों के अंदर हुई है, उसकी सूचना दे सकता है। वास्तविक मातृ मृत्यु की सूचना देने वालों को अपना नाम, पता का नाम, मोबाइल नंबर एवं जिस महिला की मृत्यु हुई है, उसकी जानकारी देनी होती है।
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