Advertisement
Kisan March : अपनी मांगों को लेकर दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर हजारों किसान, जाम में लोग परेशान
नई दिल्लीध/नोएडा। हजारों किसानों ने नोएडा के सेक्टर-69 स्थित ट्रांसपोर्ट नगर से दिल्ली की ओर कूच कर दिया है। अनपी मांगों को लेकर किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों के कूच करने से दिल्ली में जाम लग गया है। हजारों की संख्या ये किसान अपनी मांगों को लेकर मोदी सरकार के
सामने रखने के लिए सहारनपुर से पैदल यात्रा करते हुए आ रहे हैं। सहारनपुर से दिल्ली के लिए निकली 'किसान-मजदूर
यात्रा' में हजारों किसान शामिल हैं। सहारनपुर से दिल्ली के किसान घाट तक
पैदल यात्रा कर रहे हैं।
नोएडा से दिल्ली की ओर कूच रहे किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी में है। हालांकि उसके पहले ही दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी शुरू कर रखा है कि वह किसानों को दिल्ली जाने से रोक सकें। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली पुलिस ने अपने जवानों को तैनात कर दिए हैं। सीआरपीएफ के जवानों को भी यहां लगाया गया है। फ्लाई ओवर के ऊपर और नीचे सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात कर दिए गए हैं।
'किसान-मजदूर यात्रा' में आए किसानों ने कहा, मौजूदा समय में किसानों की हालत दयनीय है और किसान आर्थिक संकट से जूझ रहा है, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ रखे सो रही है।
उन्होंने कहा कि समय से किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हो रहा। योगी सरकार बिजली की दर बढ़ाकर किसान की कमर तोड़ रही है और कर्ज के चलते किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। इसी के चलते देश के किसान को दिल्ली पैदल आने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जब तक किसानों की मागों के बारे में सरकार कोई ठोस आश्वासन नहीं देती तब तक किसान दिल्ली छोड़ने वाले नहीं हैं। भले ही हमें जितने दिनों तक दिल्ली में पड़ाव करना पड़े।
किसान संगठनों की ये हैं प्रमुख मांगें...
नोएडा से दिल्ली की ओर कूच रहे किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी में है। हालांकि उसके पहले ही दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी शुरू कर रखा है कि वह किसानों को दिल्ली जाने से रोक सकें। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली पुलिस ने अपने जवानों को तैनात कर दिए हैं। सीआरपीएफ के जवानों को भी यहां लगाया गया है। फ्लाई ओवर के ऊपर और नीचे सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात कर दिए गए हैं।
'किसान-मजदूर यात्रा' में आए किसानों ने कहा, मौजूदा समय में किसानों की हालत दयनीय है और किसान आर्थिक संकट से जूझ रहा है, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ रखे सो रही है।
उन्होंने कहा कि समय से किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हो रहा। योगी सरकार बिजली की दर बढ़ाकर किसान की कमर तोड़ रही है और कर्ज के चलते किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। इसी के चलते देश के किसान को दिल्ली पैदल आने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जब तक किसानों की मागों के बारे में सरकार कोई ठोस आश्वासन नहीं देती तब तक किसान दिल्ली छोड़ने वाले नहीं हैं। भले ही हमें जितने दिनों तक दिल्ली में पड़ाव करना पड़े।
किसान संगठनों की ये हैं प्रमुख मांगें...
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
नोएडा
उत्तर प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement