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एक हैं हम, दी यह सीख! हिंदुओं ने मुस्लिम बारात को सुरक्षा देने के लिए बनाई मानव श्रृंखला
शादी समाप्त होने तक लडक़े वहां रुके रहे और बारात को फिर से इलाके से सुरक्षित विदा किया। चपडिय़ा ने कहा कि उन्होंने वही किया जो उन्हें सही लगा। चपडिय़ा एक निजी स्कूल में एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में काम करते हैं। उन्होंने कहा, मैंने दुल्हन जीनत को बढ़ते-खेलते देखा है। वह मेरी छोटी बहन जैसी है। मैं उसे दुखी कैसे देख सकता हूं। हम पड़ोसी हैं और मुझे संकट के समय परिवार के साथ खड़ा होना था। जीनत ने कहा कि विमल उनके भाई की तरह है और उन्होंने जो किया है, उसे वह भुला नहीं सकती।
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