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टटलू बाजी में दो बुजुर्ग ठग गिरफ्तार, नकली सोने के बिस्किट को असली बताकर करते थे ठगी
उदयपुर । नकली सोने के बिस्कुट को असली बताकर ठगी करने वाले दो बुजुर्ग ठगों को सूरजपोल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने सोमवार को शादियों में पूड़ी बेलने वाली एक 55 वर्षीय वृद्धा को झांसा देकर उसके पहने गहने ठग लिए थे।
उदयपुर एसपी मनोज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी 66 वर्षीय नवल कुमार पुत्र भूषण सहाय नवादा जिला बिहार एवं 73 वर्षीय अर्जुन प्रसाद पुत्र रामकिशन जिला लखीसराय बिहार हाल जामताड़ा झारखंड को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से वृद्धा का सोने का मंगलसूत्र बरामद किया है। पूछताछ में सामने आया है कि बच्चों द्वारा केयर नहीं करने पर ये उदयपुर आ गए और ठगी की घटना को अंजाम देने लगे। पूछताछ में वृद्धा से ठगी के अलावा कोर्ट चौराहे के आसपास एक महिला से भी सोने की अंगूठी एवं कान के बुंदे ठगना स्वीकार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों ने यह भी बताया कि उन्होंने बिहार राज्य के पटना शहर, समस्तीपुर, मुजफ्फर नगर, पश्चिम बंगाल के आसनसोल, बड़ाकर एवं झारखंड के रांची शहर में पिछले आठ 10 वर्षों से इस तरह की कई वारदातें की है।
ये है मामला
सोमवार को थाना सूरजपोल क्षेत्र के ठक्कर बाबा कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय लक्ष्मी बाई ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि वह शादियों में पूड़ियाँ बेलने का काम करती है। रविवार को उड़िया पोल चौराहे पर उसे दो बुजुर्ग व्यक्ति मिले। जिन्होंने सोने की डली दिखा कर उसके एवज में पहले 5000 मांगे। पैसे नहीं होने पर गले में पहना सोने का मंगलसूत्र ले लिया। दूसरे दिन उसके बेटे ने सोने की डली नकली होना बताया।
रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा व सीओ जरनैल सिंह के सुपरविजन एवं थानाधिकारी लीलाधर मालवीय के नेतृत्व में टीम गठित की गई। गठित टीम को गुप्त रूप से सूचना एकत्रित की तो पता चला कि चंपालाल धर्मशाला में दो बुजुर्ग व्यक्ति 12 फरवरी से रुके हुए हैं। इस पर उन्हें डिटेन कर पूछताछ की तो उन्होंने ठगी की वारदात करना स्वीकार कर लिया।
उदयपुर एसपी मनोज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी 66 वर्षीय नवल कुमार पुत्र भूषण सहाय नवादा जिला बिहार एवं 73 वर्षीय अर्जुन प्रसाद पुत्र रामकिशन जिला लखीसराय बिहार हाल जामताड़ा झारखंड को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से वृद्धा का सोने का मंगलसूत्र बरामद किया है। पूछताछ में सामने आया है कि बच्चों द्वारा केयर नहीं करने पर ये उदयपुर आ गए और ठगी की घटना को अंजाम देने लगे। पूछताछ में वृद्धा से ठगी के अलावा कोर्ट चौराहे के आसपास एक महिला से भी सोने की अंगूठी एवं कान के बुंदे ठगना स्वीकार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों ने यह भी बताया कि उन्होंने बिहार राज्य के पटना शहर, समस्तीपुर, मुजफ्फर नगर, पश्चिम बंगाल के आसनसोल, बड़ाकर एवं झारखंड के रांची शहर में पिछले आठ 10 वर्षों से इस तरह की कई वारदातें की है।
ये है मामला
सोमवार को थाना सूरजपोल क्षेत्र के ठक्कर बाबा कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय लक्ष्मी बाई ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि वह शादियों में पूड़ियाँ बेलने का काम करती है। रविवार को उड़िया पोल चौराहे पर उसे दो बुजुर्ग व्यक्ति मिले। जिन्होंने सोने की डली दिखा कर उसके एवज में पहले 5000 मांगे। पैसे नहीं होने पर गले में पहना सोने का मंगलसूत्र ले लिया। दूसरे दिन उसके बेटे ने सोने की डली नकली होना बताया।
रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा व सीओ जरनैल सिंह के सुपरविजन एवं थानाधिकारी लीलाधर मालवीय के नेतृत्व में टीम गठित की गई। गठित टीम को गुप्त रूप से सूचना एकत्रित की तो पता चला कि चंपालाल धर्मशाला में दो बुजुर्ग व्यक्ति 12 फरवरी से रुके हुए हैं। इस पर उन्हें डिटेन कर पूछताछ की तो उन्होंने ठगी की वारदात करना स्वीकार कर लिया।
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