Advertisement
ट्रांजेक्शन रिवर्स फॉर्ड में दो शातिर गिरफ्तार
जयपुर। विधायकपुरी थाना पुलिस ने एटीएम से रुपए निकालकर बैंक से दूबारा रकम वसूलकर चपत लगाकर ट्रांजेक्शन रिवर्स फॉर्ड में दो शातिरों को रविवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मेव गिरोह के दोनों शातिरों के कब्जे से अठारह एटीएम कार्ड बरामद किए है।
एसएचओ मनीष चारण ने बताया कि ट्रांजेक्शन रिवर्स फॉर्ड में मेव गिरोह के बदमाश शकील अहमद (18) निवासी गांव देहाना नूंह हरियाणा और जफरूदीन (40) निवासी गांव तुसेनी पुनहाना नूंह हरियाणा को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से विभिन्न बैकों के विभिन्न व्यक्तियों के नाम से 18 एटीएम कार्ड बरामद किए है। बो बे मर्कन्टाईल कॉआपरेटिव बैंक ने शुक्रवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर दोनों शातिरों को धर-दबोचा। पुलिस पूछताछ में अभी तक बैंकों से छह लाख रुपए की ठगी करना आरोपितों ने स्वीकार किया है।
ओर लगा देते चूना:- पूछताछ में सामने आया है कि दोनों शातिर अपने परिचितों के एटीएम कार्ड लेकर जयपुर के साथ ही अन्य शहरों में जाते थे। हरियाणा से मेव गिरोह के दोनों बदमाश कार में आते और पकड़े नहीं जाए इसलिए होटल-धर्मशाला लेने की बजाय कार में ही सो जाते थे। एटीएम से रुपए निकालने के लिए कार्ड को लगाते। मशीन में रुपए काउटिंग के समय छेड़छाड़ करते। जिससे एटीएम से रुपए प्राप्त करने के बाद भी पर्ची में प्रोसेसिंग नहीं होने लिखा आता। जिसके आधार पर बैंक में जाकर क्लेम कर अपने खाते में रकम डलवा लेते थे।
एसएचओ मनीष चारण ने बताया कि ट्रांजेक्शन रिवर्स फॉर्ड में मेव गिरोह के बदमाश शकील अहमद (18) निवासी गांव देहाना नूंह हरियाणा और जफरूदीन (40) निवासी गांव तुसेनी पुनहाना नूंह हरियाणा को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से विभिन्न बैकों के विभिन्न व्यक्तियों के नाम से 18 एटीएम कार्ड बरामद किए है। बो बे मर्कन्टाईल कॉआपरेटिव बैंक ने शुक्रवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर दोनों शातिरों को धर-दबोचा। पुलिस पूछताछ में अभी तक बैंकों से छह लाख रुपए की ठगी करना आरोपितों ने स्वीकार किया है।
ओर लगा देते चूना:- पूछताछ में सामने आया है कि दोनों शातिर अपने परिचितों के एटीएम कार्ड लेकर जयपुर के साथ ही अन्य शहरों में जाते थे। हरियाणा से मेव गिरोह के दोनों बदमाश कार में आते और पकड़े नहीं जाए इसलिए होटल-धर्मशाला लेने की बजाय कार में ही सो जाते थे। एटीएम से रुपए निकालने के लिए कार्ड को लगाते। मशीन में रुपए काउटिंग के समय छेड़छाड़ करते। जिससे एटीएम से रुपए प्राप्त करने के बाद भी पर्ची में प्रोसेसिंग नहीं होने लिखा आता। जिसके आधार पर बैंक में जाकर क्लेम कर अपने खाते में रकम डलवा लेते थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
जयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement