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टाइगर की अठखेलियां करेंगी पर्यटकों को आकर्षित...
कोटा। मुकन्दरा राष्टीय अभयारण्य में टाइगर की सुरक्षा के लिए बनाये गये एनक्लोजर की दिवारें अब पर्यटकों को टाइगर की अठखेलियों वन्यजीव की विविधिताओं के छायाचित्रों से रूबरू करवायेगी।
वन्यजीव सप्ताह के तहत आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृखला में मंगलवार को मुकन्दरा अभयारण्य में दरा-कनवास रोड से लगती दिवारों पर पेंटिग का कार्य शुरू किया गया। डीएफओ टी.मोहनराज ने बताया कि पर्यटकों के आर्कषण एवं स्थानीय नागरिकों को वन्यजीवों के प्रति करने के लिए एनक्लोजर की दिवारों पर टाइगर की विभिन्न अटखेलियों का चित्राकंन करवाया जा रहा है। इससे स्थानीय नागरिकों को भी जैव विविधता का ज्ञान बढेगा तथा वे वन विभाग का सहयोग करेंगे।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को वन्यजीव सप्ताह के दौरान प्रसिद्व चित्रकार डॉ. राजेन्द्र बैरागी की टीम द्वारा यह कार्य शुरू किया गया है। इसमें दरा से कनवास रोड़ पर एनक्लोजर की दिवार सड़क मार्ग के समीप ही बनी हुई है इसमें चित्रांकन करवाये जाने से पर्यटक भी आकर्षित होंगे। उन्होंने बताया दिवरों को जैव विविधता से साथ उनकी सुरक्षा का संदेश भी चित्रों के माध्यम से दिया जावेगा।
उन्होंने बताया कि टाइगर की अटखेलियों को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित करने से इस मार्ग से जाने वाले पर्यटक निहार सकेंगें इससे प्रसिद्वि भी मिलेगी। प्रदेश में इस तरह का प्रयोग करने वाला पहला अभ्यारण्य होगा जिसकी दिवारे भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगी तथा स्थानीय आबादी को वन एवं जैव विविधता को बचाने का संदेश देंगी।
वन्यजीव सप्ताह के तहत आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृखला में मंगलवार को मुकन्दरा अभयारण्य में दरा-कनवास रोड से लगती दिवारों पर पेंटिग का कार्य शुरू किया गया। डीएफओ टी.मोहनराज ने बताया कि पर्यटकों के आर्कषण एवं स्थानीय नागरिकों को वन्यजीवों के प्रति करने के लिए एनक्लोजर की दिवारों पर टाइगर की विभिन्न अटखेलियों का चित्राकंन करवाया जा रहा है। इससे स्थानीय नागरिकों को भी जैव विविधता का ज्ञान बढेगा तथा वे वन विभाग का सहयोग करेंगे।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को वन्यजीव सप्ताह के दौरान प्रसिद्व चित्रकार डॉ. राजेन्द्र बैरागी की टीम द्वारा यह कार्य शुरू किया गया है। इसमें दरा से कनवास रोड़ पर एनक्लोजर की दिवार सड़क मार्ग के समीप ही बनी हुई है इसमें चित्रांकन करवाये जाने से पर्यटक भी आकर्षित होंगे। उन्होंने बताया दिवरों को जैव विविधता से साथ उनकी सुरक्षा का संदेश भी चित्रों के माध्यम से दिया जावेगा।
उन्होंने बताया कि टाइगर की अटखेलियों को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित करने से इस मार्ग से जाने वाले पर्यटक निहार सकेंगें इससे प्रसिद्वि भी मिलेगी। प्रदेश में इस तरह का प्रयोग करने वाला पहला अभ्यारण्य होगा जिसकी दिवारे भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगी तथा स्थानीय आबादी को वन एवं जैव विविधता को बचाने का संदेश देंगी।
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