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गुरुजी बनने के लिए 20 हजार 13 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा
टोंक। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) रविवार को जिले में शांतिपूर्वक संपन्न हुई। गुरुजी बनने के लिए टोंक के 44 परीक्षा केंद्रों में 15 हजार 810 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इस दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस अधिकारियों सहित पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के लिए टोंक में 44 परीक्षा केंद्रों पर 17 हजार 451 परीक्षार्थियों में से 15 हजार 810 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। रीट परीक्षा के दौरान कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के देरी से पहुंचने पर कहासुनी भी हुई, लेकिन पुलिस जाब्ता होने के कारण समझाइश से मामला शांत हो गया।
जिला मुख्यालय पर रविवार को आयोजित राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के प्रभारी डॉ. आरएस मीणा ने बताया कि रीट परीक्षा शांतिपूर्वक हुई। इसमें कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली। उन्होंने बताया कि परीक्षा में 1 हजार 641 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों के अलावा प्रमुख चौराहों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया था, वहीं संबंधित पुलिस थानाधिकारी गश्त करते रहे। परीक्षा की समाप्ति के बाद बड़ा कुआं, घंटाघर, नौशे मियां का पुल, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टोंक, सेंट सोल्जर स्कूल सहित कई जगह जाम के हालात हो गए। इसे नियंत्रण करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के प्रभारी डॉ. आरएस मीणा ने बताया कि द्वितीय पारी में सात परीक्षा केंद्रों पर 4 हजार 771 परीक्षार्थियों में से 4 हजार 203 ने परीक्षा दी। वहीं 568 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि दोंनों पारियों में कुल 22 हजार 222 परीक्षार्थियों में से 20 हजार 13 ने परीक्षा दी।
अलग से लगाई बसें
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम टोंक आगार की तरफ से 50 बसें अतिरिक्त लगाई गईं, ताकि परीक्षार्थियों को यात्रा में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। इतना ही नही शहर में होटलों एवं धर्मशालाओं के अलावा भी कई जगह परीक्षार्थियों ने रात बिताई। वहीं कई समाजों की ओर से निशुल्क व्यवस्था भी की गई थी।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के लिए टोंक में 44 परीक्षा केंद्रों पर 17 हजार 451 परीक्षार्थियों में से 15 हजार 810 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। रीट परीक्षा के दौरान कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के देरी से पहुंचने पर कहासुनी भी हुई, लेकिन पुलिस जाब्ता होने के कारण समझाइश से मामला शांत हो गया।
जिला मुख्यालय पर रविवार को आयोजित राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के प्रभारी डॉ. आरएस मीणा ने बताया कि रीट परीक्षा शांतिपूर्वक हुई। इसमें कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली। उन्होंने बताया कि परीक्षा में 1 हजार 641 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों के अलावा प्रमुख चौराहों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया था, वहीं संबंधित पुलिस थानाधिकारी गश्त करते रहे। परीक्षा की समाप्ति के बाद बड़ा कुआं, घंटाघर, नौशे मियां का पुल, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टोंक, सेंट सोल्जर स्कूल सहित कई जगह जाम के हालात हो गए। इसे नियंत्रण करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के प्रभारी डॉ. आरएस मीणा ने बताया कि द्वितीय पारी में सात परीक्षा केंद्रों पर 4 हजार 771 परीक्षार्थियों में से 4 हजार 203 ने परीक्षा दी। वहीं 568 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि दोंनों पारियों में कुल 22 हजार 222 परीक्षार्थियों में से 20 हजार 13 ने परीक्षा दी।
अलग से लगाई बसें
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम टोंक आगार की तरफ से 50 बसें अतिरिक्त लगाई गईं, ताकि परीक्षार्थियों को यात्रा में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। इतना ही नही शहर में होटलों एवं धर्मशालाओं के अलावा भी कई जगह परीक्षार्थियों ने रात बिताई। वहीं कई समाजों की ओर से निशुल्क व्यवस्था भी की गई थी।
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