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117 पाक विस्थापित अब गर्व से कहेंगे हम हिंदुस्तानी
जोधपुर। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से जोधपुर में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे 117 पाक विस्थापितों के लिए रविवार का दिन बहुत खास है। इन 117 पाक विस्थापितों को आज हिंदुस्तानी नागरिकता मिलेगी। इन 117 विस्थापितों ने अपने पासपोर्ट सरेंडर कर पाक की नागरिकता छोड़ दी आैर आज इन्हें प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। प्रमाण पत्र मिलते ही ये भारतीय नागरिक कहलाएंगे। जिला प्रशासन रविवार को कैंप लगाकर पाक विस्थापित 117 लोगों को नागरिकता प्रमाण-पत्र सौंपेगा।
रविवार को दोपहर में जब पाक विस्थापितों को भारत की नागरिकता मिलेगी तो वे भी सुकून के साथ यहां जी सकेंगे। सरकार ने इन्हें नागरिकता प्रदान करने के लिए शुक्रवार को कैंप लगाकर औपचारिकताएं पूरी करवाई।
जिला कलेक्टर डॉ. रवि कुमार सुरपुर ने बताया कि कैंप में इन लोगों से पाकिस्तान की नागरिकता का परित्याग करवाया गया। जिन लोगों के पासपोर्ट की अवधि खत्म हो चुकी थी, उनसे यहीं पर पासपोर्ट जमा करवा लिए गए। जिनकी अवधि बाकी है, उन्हें एंबेसी में पासपोर्ट जमा करवाना होगा।
एडीएम सिटी (प्रथम) सीमा कविया ने बताया कि जिनके पासपोर्ट एंबेसी में जमा होंगे, उनको छोड़ करीब 117 लोगों को रविवार दोपहर में भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंप दिया जाएगा।
शिविर के दौरान एक सौ से ज्यादा लोग अपने लॉन्ग टर्म वीजा और नागरिकता से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए भी पहुंचे थे।
2300 आवेदन लंबित, इतने ही लोग नागरिकता के योग्य
दरअसल, पाकिस्तान से आए विस्थापित लंबे समय से भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर चल रही ढिलाई के कारण इन लोगों को हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी। अब तक जोधपुर में ऐसे 5616 लोगों को बीते 13 साल में यहां की नागरिकता दी जा चुकी है। सरकार के पास अभी करीब 2300 आवेदन लंबित हैं तो इतने ही लोग इन वर्षों में नागरिकता के लिए योग्य हो चुके हैं, लेकिन उन्होंने अभी आवेदन नहीं किया है। पाकिस्तान से विस्थापितों के आने का सिलसिला जारी है, इसके चलते छह से सात हजार लोग लॉन्ग टर्म वीजा मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
रविवार को दोपहर में जब पाक विस्थापितों को भारत की नागरिकता मिलेगी तो वे भी सुकून के साथ यहां जी सकेंगे। सरकार ने इन्हें नागरिकता प्रदान करने के लिए शुक्रवार को कैंप लगाकर औपचारिकताएं पूरी करवाई।
जिला कलेक्टर डॉ. रवि कुमार सुरपुर ने बताया कि कैंप में इन लोगों से पाकिस्तान की नागरिकता का परित्याग करवाया गया। जिन लोगों के पासपोर्ट की अवधि खत्म हो चुकी थी, उनसे यहीं पर पासपोर्ट जमा करवा लिए गए। जिनकी अवधि बाकी है, उन्हें एंबेसी में पासपोर्ट जमा करवाना होगा।
एडीएम सिटी (प्रथम) सीमा कविया ने बताया कि जिनके पासपोर्ट एंबेसी में जमा होंगे, उनको छोड़ करीब 117 लोगों को रविवार दोपहर में भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंप दिया जाएगा।
शिविर के दौरान एक सौ से ज्यादा लोग अपने लॉन्ग टर्म वीजा और नागरिकता से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए भी पहुंचे थे।
2300 आवेदन लंबित, इतने ही लोग नागरिकता के योग्य
दरअसल, पाकिस्तान से आए विस्थापित लंबे समय से भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर चल रही ढिलाई के कारण इन लोगों को हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी। अब तक जोधपुर में ऐसे 5616 लोगों को बीते 13 साल में यहां की नागरिकता दी जा चुकी है। सरकार के पास अभी करीब 2300 आवेदन लंबित हैं तो इतने ही लोग इन वर्षों में नागरिकता के लिए योग्य हो चुके हैं, लेकिन उन्होंने अभी आवेदन नहीं किया है। पाकिस्तान से विस्थापितों के आने का सिलसिला जारी है, इसके चलते छह से सात हजार लोग लॉन्ग टर्म वीजा मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
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