The country became independent in 1947 but farmers got independence after the introduction of these bills: Anil Vij-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Apr 19, 2024 10:33 am
Location
Advertisement

देश 1947 में आज़ाद हो गया था लेकिन किसानों को इन बिलों के आने के बाद आजादी मिली : अनिल विज

khaskhabar.com : शुक्रवार, 18 सितम्बर 2020 1:34 PM (IST)
देश 1947 में आज़ाद हो गया था लेकिन किसानों को इन बिलों के आने के बाद आजादी मिली : अनिल विज
चंडीगढ़। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कृषि बिलों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा हमारा देश 1947 में आज़ाद हो गया था लेकिन किसानों को इस 3 बिल के आने के बाद आज़ादी मिली है। अब इसमें विपक्षी पार्टियां लोगों को गुमराह कर रही है और कुछ लोग हो भी रहें, लेकिन हमें उम्मीद है कि धीरे-धीरे लोगों को ये बात समझ आएगी। इस बिल से किसानों को फायदा और तरक्की होगा।

कृषि अध्यादेशों से सरकारी मंडियां बंद नहीं होंगी : सीएम मनोहरलाल

बता दे कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि उनके हितों पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी और उनकी फसल का एक-एक दाना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। सीएम यहां वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने विपक्ष को सीधा निशाने पर लेते हुए कहा कि तीनों कृषि अध्यादेश देश के किसानों के हित में है और मुद्दाविहीन विपक्ष किसानों को गुमराह कर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने साफ किया कि इन अध्यादेशों के आने से किसी भी प्रकार से सरकारी मंडियां बंद नहीं होंगी और एमएसपी पर फसलों की खरीद जारी रहेगी। एमएसपी से नीचे किसी भी फसल की खरीद नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि यदि कोई भी किसान संगठन या अन्य कोई व्यक्ति सुझाव देना चाहते हैं या इन अध्यादेशों के बारे में कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो वे सरकार से बातचीत करने के लिए आगे आएं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि उनके सुझावों पर सरकार द्वारा गंभीरता से विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वे विपक्ष की दोगली राजनीति से सतर्क रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों के कृषि संबंधी मुद्दों को प्रभावी ढंग से निपटाने के लिए प्रत्येक जिले में विशेष ‘कृषि अदालत’ की स्थापना की जाएगी ताकि किसानों द्वारा की गई हर शिकायत का समाधान प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जा सके।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar Haryana Facebook Page:
Advertisement
Advertisement