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प्रदेश में सरकार ही नहीं, अराजकता का वातावरण-घनश्याम तिवाड़ी
जयपुर। भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी निर्दलीय विघायक हनुमान बेनीवाल व अन्य दलों के साथ भाजपा और कांग्रेस के सामने तीसरा मोर्चा खड़ा करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने सोमवार को प्रेस वार्ता में इस आशय के संकेत भी दिए हैं। हालांकि उन्होंने इस मामले में रणनीति का खुलासा करने से इनकार कर दिया लेकिन इतना जरूर कहा कि इस मामले में निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल से उनकी बात हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितयों में लग रहा है कि जैसे प्रदेश में सरकार ही नहीं हो। प्रदेश में अराजकता का माहौल बना हुआ है। कर्मचारियों के विभिन्न संगठन आंदोलन कर रहे हैं ऐसा लग रहा है जो सरकार दिसंबर में जाने वाली थी वह तीन महीने पहले ही चली गई।
तिवाड़ी सोमवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे गत 16 साल से वंचित वर्गों के लिए आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने खुद 2008 में गुर्जर व रेबारी समाज को आरक्षण देने का विधेयक कानूनमंत्री की हैसियत से विधानसभा में पास कराया था। इस विधानसभा में प्राइवेट मेंबर की हैसियत से दो अलग अलग विधेयक रखे जिन्हें राज्य सरकार ने साजिशपूर्वक विधानसभा स्थगित करके पास नहीं होने दिया।
ये हैं फार्मूलातिवाड़ी ने वंचित वर्ग की परिभाषा बताते हुए कहा कि वंचित वर्ग में दो वर्ग शामिल है। पहले वे जो अभी तक आरक्षण से वंचित जैसे ब्राह्ण क्षत्रिय, वैश्य, कायस्थ और आरक्षण से वंचित मुसलमान। इस वर्ग आर्थिक आधार पर आरक्षण मिले। तिवाड़ी ने कहा कि आरक्षण को लेकर सरकार की नीयत में खोट है। सरकार गुर्जर समाज को धोखा दे रही है। ऐसा कोई भी वर्ग नहीं है जिसे सरकार ने धोखा नहीं दिया हो। उन्होंने कहा कि भारत वाहिनी पार्टी सत्ता में आती है तो इन सब समस्याओं से निजात दिलाएगी।
तिवाड़ी सोमवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे गत 16 साल से वंचित वर्गों के लिए आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने खुद 2008 में गुर्जर व रेबारी समाज को आरक्षण देने का विधेयक कानूनमंत्री की हैसियत से विधानसभा में पास कराया था। इस विधानसभा में प्राइवेट मेंबर की हैसियत से दो अलग अलग विधेयक रखे जिन्हें राज्य सरकार ने साजिशपूर्वक विधानसभा स्थगित करके पास नहीं होने दिया।
ये हैं फार्मूलातिवाड़ी ने वंचित वर्ग की परिभाषा बताते हुए कहा कि वंचित वर्ग में दो वर्ग शामिल है। पहले वे जो अभी तक आरक्षण से वंचित जैसे ब्राह्ण क्षत्रिय, वैश्य, कायस्थ और आरक्षण से वंचित मुसलमान। इस वर्ग आर्थिक आधार पर आरक्षण मिले। तिवाड़ी ने कहा कि आरक्षण को लेकर सरकार की नीयत में खोट है। सरकार गुर्जर समाज को धोखा दे रही है। ऐसा कोई भी वर्ग नहीं है जिसे सरकार ने धोखा नहीं दिया हो। उन्होंने कहा कि भारत वाहिनी पार्टी सत्ता में आती है तो इन सब समस्याओं से निजात दिलाएगी।
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