Taj Mahal was fully covered on two tiimes, know the reason-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Apr 20, 2024 1:09 pm
Location
Advertisement

2 बार आए ऐसे मौके जब पूरा ढक दिया गया ताजमहल, जानियें-क्यों?

khaskhabar.com : बुधवार, 18 अप्रैल 2018 1:17 PM (IST)
2 बार आए ऐसे मौके जब पूरा ढक दिया गया ताजमहल, जानियें-क्यों?
नई दिल्ली। यमुना नदी के किनारे सफेद पत्थरों से निर्मित अलौकिक सुंदरता की तस्वीर ताजमहल न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान रखता है। ताजमहल को दुनिया के सात अजूबों में शामिल किया गया है। लेकिन, क्या आपको पता है कि ताजमहल के इतिहास में दो बार ऐसे मौके भी आए, जब ताजमहल की सुरक्षा खतरे में पड़ गई। ऐसे में उस वक्त की मौजूदा सरकार ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिसे शायद आप भी सुनकर चौंक जाओगे। जी हां, 1971 में पाकिस्तान से बचाने के लिए ताजमहल को 15 दिन तक हरे कपड़े से ढका गया था और 1942 में द्वितीय विश्व युद्ध के समय ताजमहल को बासं-बल्लियों से ढका गया था।

15 दिनों तक हरे कपड़े से ढका गया ताजमहल

1971 में पाकिस्तान सेना ताज महल को निशाना बनाना चाहती थी। खुफिया रिपोर्ट मिली की पाकिस्तानी वायुसेना आगरा में हवाई हमला कर सकती है। ऐसे में सरकार ने ताजमहल को हरे कपड़े से ढकने का फैसला लिया। सरकार का प्लान था कि जब पाक वायुसेना के विमान ताजमहल के ऊपर से गुजरेंगे तो वे उसे हरियाली वाला इलाका समझ कर वापस चले जाएंगे। वहीं इसके साथ चांदनी रात में ताजमहल की जमीन पर लगे संगमरमर चमके नहीं, इसके लिए उस पर झाडिय़ों को रखा गया था। करीब 15 दिनों तक ताजमहल पर हरे कपड़े से ढका था।

ताजमहल को बांस और बल्लियों से ढकने का फैसला
1942 में दुनियाभर में द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया था। मित्र देश अपने दुश्मनों पर हमला कर रहे थे। इसी दौरान अमरीका और ब्रिटेन को खुफिया जानकारी मिली कि जापान और जर्मनी मिलकर ताजमहल को गिराना चाहते हैं। इसके लिए वे ताजमहल पर हवाई हमला करने का प्लान बना रहे थे। तभी सरकार ने ताजमहल को निरंतर गिरने वाले बॉम्ब्स से सुरक्षित रखने के लिए विशेष प्रकार की घेराबंदी की। ताजमहल को बांस और बल्लियों से ढकने का फैसला लिया। इसके बाद पूरे ताज महल को ऐसा ढंका गया जैसे वो बांस का गट्ठर लगे और दुश्मन के लड़ाकू विमान भ्रमित हो जाएं।



ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

1/2
Advertisement
Khaskhabar UP Facebook Page:
Advertisement
Advertisement