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नोएडा में साढ़े तीन महीने के बच्चे का सफल लिवर प्रत्यारोपण
नोएडा।
नोएडा में जेपी
हॉस्पिटल में साढे तीन महीने के एक बच्चे का सफल लिवर प्रत्यारोपण किया गया है।
यह जानकारी जेपी हॉस्पिटल के लिवर ट्रांसप्लांट विभाग के वरिष्ठ कंसल्टेंट
डॉ. अभिदीप चौधरी ने दी।
उज्बेकिस्तान से आए बच्चे यूसुफ को उसकी मां ने ही लिवर दान किया है। अब
मां और बेटा, दोनों ही स्वस्थ हैं।
डॉ. चौधरी ने कहा कि जुलाई 2018 में जन्मा बच्चा यूसुफ 'हाई रिस्क एंड लिवर' डिजीज से पीड़ित था जिसमें लिवर के ऊतक खराब हो जाते हैं और लिवर काम नहीं कर पाता। उसका वजन मात्र 2.92 किलोग्राम था और जन्म के 5-6 दिन बाद उसे पीलिया हो गया। इससे उसकी त्वचा पीली पड़ने लगी और उसके पेट में पानी भरने लगा। इसे ठीक करने के लिए 'हाइपर रिड्यूस्ड लिवर ग्राफ्ट ट्रांसप्लांट' किया गया।
डॉक्टर चौधरी ने कहा कि यूसुफ को लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। इसके लिए यूसुफ के मां और पिता ने जांच कराई तो ट्रांसप्लांट के लिए मां को चुना गया। इसके बाद यूसुफ को ऑपरेशन के लिए तैयार किया गया। इसके बाद 12 घंटे के जटिल ऑपरेशन में मां के लिवर का विशेष हिस्सा निकालकर बेबी यूसुफ के शरीर में लगाया गया। अब मां और बेटा, दोनों स्वस्थ हैं।
डॉ. चौधरी ने कहा कि जुलाई 2018 में जन्मा बच्चा यूसुफ 'हाई रिस्क एंड लिवर' डिजीज से पीड़ित था जिसमें लिवर के ऊतक खराब हो जाते हैं और लिवर काम नहीं कर पाता। उसका वजन मात्र 2.92 किलोग्राम था और जन्म के 5-6 दिन बाद उसे पीलिया हो गया। इससे उसकी त्वचा पीली पड़ने लगी और उसके पेट में पानी भरने लगा। इसे ठीक करने के लिए 'हाइपर रिड्यूस्ड लिवर ग्राफ्ट ट्रांसप्लांट' किया गया।
डॉक्टर चौधरी ने कहा कि यूसुफ को लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। इसके लिए यूसुफ के मां और पिता ने जांच कराई तो ट्रांसप्लांट के लिए मां को चुना गया। इसके बाद यूसुफ को ऑपरेशन के लिए तैयार किया गया। इसके बाद 12 घंटे के जटिल ऑपरेशन में मां के लिवर का विशेष हिस्सा निकालकर बेबी यूसुफ के शरीर में लगाया गया। अब मां और बेटा, दोनों स्वस्थ हैं।
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