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स्टार्ट अप शुरु करना सिखाएगा विश्वविद्यालय का सेंटर
कुरुक्षेत्र। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डॉ केपी सिंह
ने कहा कि स्टार्टअप देश की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते
हैं। देश में आज कालेज व विश्वविद्यालय स्तर पर युवाओं को नए स्टार्टअप
शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जरूरत है। वे सोमवार को
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान के कम्प्यूटर इंजीनियरिंग
विभाग में दो साप्ताहिक रिफ्रेशर
कोर्स-कम-फैकल्टी डेवलेपमैंट कार्यक्रम के उद्घघाटन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि नए स्टार्टअप शुरू होने से युवाओं को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही देश में उत्पादन क्षेत्र का विकास भी होगा। विश्वविद्यालय में आयोजित किए जा रहे फैकल्टी डेवलेपमेंट प्रोग्र्राम से शिक्षकों व विद्यार्थियों को इस क्षेत्र के बारे में जानकारी मिलेगी और वे युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने कहा कि एडवांस इन इंजीनियरिंग और टेक्नालॉजी विषय आज की समय की डिमांड है। सभी इंजीनियरिंग विभागों को कृषि के क्षेत्र पर अधिक से अधिक जोर दें क्योंकि इसके अंतर्गत मैक्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स, आईटी और कम्प्यूटर का मिश्रण करके विषय का काफी हद तक सरलीकरण हो सकता है और सम्बन्धित क्षेत्र में शोध का अधिक से अधिक दायरा भी बढ़ेगा जिसमें समाज का विकास अधिक संभव हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि युवा इंजीनियर फैकल्टी डेवलेपमेंट के ऐसे कार्यक्रम से मिश्रित शोध का चुनाव करें ताकि विषय को आसानी से टेक्निकल तरीके से अधिक से अधिक समय की डिमांड को पूरा किया जा सके।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डीन एकेडमिक अफेयार प्रो. अनिल वोहरा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यूआईईटी संस्थान निरंतर नये टेक्रिकल कार्यक्रम करवाता रहता है जिसे फैकल्टी को सीधे रूप से फायदा होता है और फैकल्टी के इस कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को लाभ मिलता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष यूआईईटी के निदेशक प्रो. सीसी त्रिपाठी ने कहा कि हम समय की चुनौती का सामना करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं ताकि हमारे प्राध्यापकों को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हर प्रकार के वातावरण का ज्ञान हो, चुनौती को हावी न होने दें। प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यक्रम में आईआईटी और एनआईटी के साथ विभिन्न विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है जो सभी विभागों के प्राध्यपाकों की टेक्निकल मांग को पूरा करेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक संयुक्त रूप से डॉ संजीव धवन व डॉ. कुलविन्द्र सिंह ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मंच का संचालन मीनाक्षी ने किया। इस मौके पर चन्द्र दिवाकर, डॉ कर्मबीर, नरेश कुमार, डॉ संजय काजल, निखिल मारीवाला, रणधीर भौरिया, अजय जांगडा, उपेन्द्र ढुल, विशाल, सुनील, हरिकेश पपोसा आदि मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि नए स्टार्टअप शुरू होने से युवाओं को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही देश में उत्पादन क्षेत्र का विकास भी होगा। विश्वविद्यालय में आयोजित किए जा रहे फैकल्टी डेवलेपमेंट प्रोग्र्राम से शिक्षकों व विद्यार्थियों को इस क्षेत्र के बारे में जानकारी मिलेगी और वे युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने कहा कि एडवांस इन इंजीनियरिंग और टेक्नालॉजी विषय आज की समय की डिमांड है। सभी इंजीनियरिंग विभागों को कृषि के क्षेत्र पर अधिक से अधिक जोर दें क्योंकि इसके अंतर्गत मैक्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स, आईटी और कम्प्यूटर का मिश्रण करके विषय का काफी हद तक सरलीकरण हो सकता है और सम्बन्धित क्षेत्र में शोध का अधिक से अधिक दायरा भी बढ़ेगा जिसमें समाज का विकास अधिक संभव हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि युवा इंजीनियर फैकल्टी डेवलेपमेंट के ऐसे कार्यक्रम से मिश्रित शोध का चुनाव करें ताकि विषय को आसानी से टेक्निकल तरीके से अधिक से अधिक समय की डिमांड को पूरा किया जा सके।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डीन एकेडमिक अफेयार प्रो. अनिल वोहरा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यूआईईटी संस्थान निरंतर नये टेक्रिकल कार्यक्रम करवाता रहता है जिसे फैकल्टी को सीधे रूप से फायदा होता है और फैकल्टी के इस कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को लाभ मिलता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष यूआईईटी के निदेशक प्रो. सीसी त्रिपाठी ने कहा कि हम समय की चुनौती का सामना करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं ताकि हमारे प्राध्यापकों को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हर प्रकार के वातावरण का ज्ञान हो, चुनौती को हावी न होने दें। प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यक्रम में आईआईटी और एनआईटी के साथ विभिन्न विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है जो सभी विभागों के प्राध्यपाकों की टेक्निकल मांग को पूरा करेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक संयुक्त रूप से डॉ संजीव धवन व डॉ. कुलविन्द्र सिंह ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मंच का संचालन मीनाक्षी ने किया। इस मौके पर चन्द्र दिवाकर, डॉ कर्मबीर, नरेश कुमार, डॉ संजय काजल, निखिल मारीवाला, रणधीर भौरिया, अजय जांगडा, उपेन्द्र ढुल, विशाल, सुनील, हरिकेश पपोसा आदि मौजूद रहे।
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