Advertisement
‘खेत से लेकर मंडी तक किसानों की खुशहाली के लिए किया है काम’
श्रीगंगानगर/सादुलशहर/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारे किसान भाई अपनी मेहनत से प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन कर रहे हैं। उनकी खुशहाली हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने खेत से लेकर मंडी तक किसानों को राहत देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। राजे शनिवार को श्रीगंगानगर के सादुलशहर एवं लालगढ़ जाटान में आमसभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नहरी तंत्र को सुदृढ़ कर टेल क्षेत्र तक के खेत तक पानी पहुंचाने का प्रयास किया। सरकार के प्रयासों से आईजीएनपी तथा गंगनहर क्षेत्र में 2 लाख 30 हजार हैक्टेयर से अधिक भूमि पर सिंचाई की सुविधा बढ़ी है।
सिंचाई की सुविधा में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 200 करोड़ रुपए की लागत से गंगनहर में कैनाल लाइनिंग का काम पूरा होने के बाद से 91 हजार 510 हैक्टेयर भूमि में अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा बढ़ी है। इसी प्रकार 290 करोड़ रुपए की लागत से इस क्षेत्र में 467 पक्के खालों के निर्माण से 1 लाख 18 हजार हैक्टेयर से अधिक भूमि को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 51 करोड़ रुपए की लागत से भांखड़ा नांगल परियोजना में 86 पक्के खालों के निर्माण से 25 हजार 943 हैक्टेयर भूमि को लाभ मिला है। इसके अलावा भी बीएडीपी, एमजेएसए तथा मनरेगा में भी पक्के खालों के निर्माण से 5 हजार हैक्टेयर भूमि को लाभ मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ से ही सॉयल हेल्थ कार्ड की जो योजना शुरू की, वह आज किसानों के लिए वरदान बन गई है। इस योजना से श्रीगंगानगर में करीब 3 लाख किसानों को लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि पहले 50 प्रतिशत फसल खराबे पर ही किसानों को मुआवजा मिलता था। हमारी मांग पर केन्द्र सरकार ने पूरे देश में अब 33 प्रतिशत खराबे पर मुआवजे का प्रावधान किया है। इसका लाभ प्रदेश के लाखों किसानों को मिला।
किसानों का ऋण माफ किया, नहीं बढ़ाई बिजली की दरें
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नहरी तंत्र को सुदृढ़ कर टेल क्षेत्र तक के खेत तक पानी पहुंचाने का प्रयास किया। सरकार के प्रयासों से आईजीएनपी तथा गंगनहर क्षेत्र में 2 लाख 30 हजार हैक्टेयर से अधिक भूमि पर सिंचाई की सुविधा बढ़ी है।
सिंचाई की सुविधा में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 200 करोड़ रुपए की लागत से गंगनहर में कैनाल लाइनिंग का काम पूरा होने के बाद से 91 हजार 510 हैक्टेयर भूमि में अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा बढ़ी है। इसी प्रकार 290 करोड़ रुपए की लागत से इस क्षेत्र में 467 पक्के खालों के निर्माण से 1 लाख 18 हजार हैक्टेयर से अधिक भूमि को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 51 करोड़ रुपए की लागत से भांखड़ा नांगल परियोजना में 86 पक्के खालों के निर्माण से 25 हजार 943 हैक्टेयर भूमि को लाभ मिला है। इसके अलावा भी बीएडीपी, एमजेएसए तथा मनरेगा में भी पक्के खालों के निर्माण से 5 हजार हैक्टेयर भूमि को लाभ मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ से ही सॉयल हेल्थ कार्ड की जो योजना शुरू की, वह आज किसानों के लिए वरदान बन गई है। इस योजना से श्रीगंगानगर में करीब 3 लाख किसानों को लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि पहले 50 प्रतिशत फसल खराबे पर ही किसानों को मुआवजा मिलता था। हमारी मांग पर केन्द्र सरकार ने पूरे देश में अब 33 प्रतिशत खराबे पर मुआवजे का प्रावधान किया है। इसका लाभ प्रदेश के लाखों किसानों को मिला।
किसानों का ऋण माफ किया, नहीं बढ़ाई बिजली की दरें
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
श्री गंगानगर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement