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बर्फबारी से केदारनाथ में निर्माण कार्य बाधित
देहरादून | उत्तराखंड के धार्मिक
स्थल केदारनाथ में खराब मौसम और बर्फबारी के चलते निर्माण कार्य बाधित हुआ
है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
मौसम विभाग ने कहा कि क्षेत्र में बर्फबारी जारी है और गुरुवार को पारा शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया था।
अधिकारी ने कहा कि हिंदुओं के 70 मजदूरों और इंजीनियरों का एक समूह समुद्र तल से 3,553 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस धार्मिक स्थल से वापस लौट आया है।
कुछ महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखे जाने के बाद से निर्माण का काम तेज गति से चल रहा था।
प्रसिद्ध शिव मंदिर के आसपास का क्षेत्र साल 2013 में आई भयावह बाढ़ की चपेट में आकर तबाह हो गया था, बाढ़ में हजारों लोगों की जान भी चली गई थी।
रुद्रप्रयाग जिले के मजिस्ट्रेट मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि कुछ मजदूर सोनप्रयाग चले गए हैं और बाकी लिनचौली में हैं।
उन्होंने कहा कि मौसम सामान्य होते ही निर्माण कार्य फिर से शुरू हो जाएगा।
निर्माणकार्य के अंतर्गत हिमालय के इस धार्मिक स्थल को 'केदारपुरी' के रूप में विकसित किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा काम पर रखे गए श्रमिक और 'नेहरू माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट' के कर्मचारी यहां काम कर रहे थे।
अधिकारियों का हालांकि कहना है कि विपरीत मौसम के बावजूद सर्दियों के महीने में निर्माण कार्य जारी रखा जाएगा, ताकि 2018 में जब चार धाम यात्रा शुरू हो तो उस समय तक सब कुछ बनकर तैयार हो जाए।
आईएएनएस
मौसम विभाग ने कहा कि क्षेत्र में बर्फबारी जारी है और गुरुवार को पारा शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया था।
अधिकारी ने कहा कि हिंदुओं के 70 मजदूरों और इंजीनियरों का एक समूह समुद्र तल से 3,553 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस धार्मिक स्थल से वापस लौट आया है।
कुछ महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखे जाने के बाद से निर्माण का काम तेज गति से चल रहा था।
प्रसिद्ध शिव मंदिर के आसपास का क्षेत्र साल 2013 में आई भयावह बाढ़ की चपेट में आकर तबाह हो गया था, बाढ़ में हजारों लोगों की जान भी चली गई थी।
रुद्रप्रयाग जिले के मजिस्ट्रेट मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि कुछ मजदूर सोनप्रयाग चले गए हैं और बाकी लिनचौली में हैं।
उन्होंने कहा कि मौसम सामान्य होते ही निर्माण कार्य फिर से शुरू हो जाएगा।
निर्माणकार्य के अंतर्गत हिमालय के इस धार्मिक स्थल को 'केदारपुरी' के रूप में विकसित किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा काम पर रखे गए श्रमिक और 'नेहरू माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट' के कर्मचारी यहां काम कर रहे थे।
अधिकारियों का हालांकि कहना है कि विपरीत मौसम के बावजूद सर्दियों के महीने में निर्माण कार्य जारी रखा जाएगा, ताकि 2018 में जब चार धाम यात्रा शुरू हो तो उस समय तक सब कुछ बनकर तैयार हो जाए।
आईएएनएस
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