Advertisement
पुरानी सरकार ने 10 वर्ष तक कछुए की चाल पर काम किया : पीएम मोदी
शाहजहांपुर। शाहजहांपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाहजहांपुर में किसान महारैली को
संबोधित करने पहुंच गए हैं। मंच से मोदी ने कहा, इसी प्रकार का प्यार और
उत्साह देश के कोने-कोने में मुझे देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों यूपी,
पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाम में किसानों के बीच जाने का अवसर मिला। जहां
भी गया, वहां किसानों ने जो आशीर्वाद दिया, उससे मैं अभिभूत हूं। चीनी
उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए यह मूल्य तय किया गया है।
गन्ना के प्रति कुंतल की लागत 155 रुपये आंकी जाती है। अब जो मूल्य तय किया गया है, वह लागत का लगभग दोगुना हो रहा है। पहले पैसे चीनी मिल को दिए जाते थे। हमने रुपये सीधे किसानों के खाते में जमा किए। किसानों को उनका हक दिलाया। इन्हीं प्रयासों का असर है कि पुराना बकाया निरंतर कम होता जा रहा है। बकाए के भुगतान की गति और तेज होने वाली है। मोदी ने आगे कहा, 15 वर्ष पूर्व अटल जी की सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था। उसके बाद आई सरकार ने 10 वर्ष तक कछुए की चाल पर काम किया।
अगर काम किया होता तो अतिरिक्त चीनी पैदा होने से किसानों का पैसा नहीं फंसता। चीनी के आयत पर 100 फीसदी शुल्क लगाया गया है, 20 लाख टन चीनी निर्यात करने की अनुमति दे दी गयी है और चीनी के लिए एक न्यूनतम मूल्य तय किया गया है ताकि चीनी मिल नुकसान का बहाना ना बना पाएं। प्रति क्विंटल पर 5.50 रुपये की अतिरिक्त मदद सीधे किसानों के खाते में जमा की जा रही है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गन्ना के प्रति कुंतल की लागत 155 रुपये आंकी जाती है। अब जो मूल्य तय किया गया है, वह लागत का लगभग दोगुना हो रहा है। पहले पैसे चीनी मिल को दिए जाते थे। हमने रुपये सीधे किसानों के खाते में जमा किए। किसानों को उनका हक दिलाया। इन्हीं प्रयासों का असर है कि पुराना बकाया निरंतर कम होता जा रहा है। बकाए के भुगतान की गति और तेज होने वाली है। मोदी ने आगे कहा, 15 वर्ष पूर्व अटल जी की सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था। उसके बाद आई सरकार ने 10 वर्ष तक कछुए की चाल पर काम किया।
अगर काम किया होता तो अतिरिक्त चीनी पैदा होने से किसानों का पैसा नहीं फंसता। चीनी के आयत पर 100 फीसदी शुल्क लगाया गया है, 20 लाख टन चीनी निर्यात करने की अनुमति दे दी गयी है और चीनी के लिए एक न्यूनतम मूल्य तय किया गया है ताकि चीनी मिल नुकसान का बहाना ना बना पाएं। प्रति क्विंटल पर 5.50 रुपये की अतिरिक्त मदद सीधे किसानों के खाते में जमा की जा रही है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement