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हमीरपुर में पिछले एक साल में 887 से 953 पहुंचा लिंगानुपात
हमीरपुर। हमीरपुर जिले में बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान आरंभ होने के एक वर्ष पश्चात लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है। वर्ष 2015 में शून्य से छह वर्ष तक के आयुवर्ग का लिंगानुपात एक हजार बेटों के मुकाबले 887 बेटियां थी जो कि वर्ष 2016 में जनवरी माह से लेकर दिसंबर माह तक एक हजार लडक़ों के मुकाबले 953 बेटियां का आंकड़ा पहुंच गया है। यह जानकारी उपायुक्त मदन चौहान ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात में असमानता को खत्म करने के लिए ही हमीरपुर जिला में समेकित बाल विकास सेवाएं विभाग के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान आरंभ किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उददेश्य लोगों को बेटा बेटी एक समान का संदेश जनमानस तक पहुंचाना है ताकि लिंग भेद को खत्म किया जा सके। उपायुक्त मदन चौहान ने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं को सत्तर दिन से पहले अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य रहेगा तथा गत माह में 573 गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण हुआ है जिसमें 503 महिलाओं ने सत्तर दिन से पहले पंजीकरण करवाया है। उन्होंने कहा कि जिला भर में विभिन्न स्थलों पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साइन बोर्ड तथा होर्डिंज्स भी लगाए जाएंगे इसके अतिरिक्त बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जाएगा ताकि महिलाओं को आगे बढऩे की प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उददेश्य लोगों को बेटा बेटी एक समान का संदेश जनमानस तक पहुंचाना है ताकि लिंग भेद को खत्म किया जा सके। उपायुक्त मदन चौहान ने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं को सत्तर दिन से पहले अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य रहेगा तथा गत माह में 573 गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण हुआ है जिसमें 503 महिलाओं ने सत्तर दिन से पहले पंजीकरण करवाया है। उन्होंने कहा कि जिला भर में विभिन्न स्थलों पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साइन बोर्ड तथा होर्डिंज्स भी लगाए जाएंगे इसके अतिरिक्त बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जाएगा ताकि महिलाओं को आगे बढऩे की प्रेरणा मिल सके।
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