Advertisement
विज्ञान - प्रौद्योगिकी विभाग की पोस्टर प्रदर्शनी में देखिए गांधीजी की दुर्लभ तस्वीरें
जयपुर । भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती के अवसर पर विज्ञान केन्द्र कोटा में राष्ट्रीय विज्ञान संग्राहलय परिषद एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की तरफ से निर्मित पोस्टर प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ।
इस प्रदर्शनी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विज्ञान के प्रति विचारों एवं उनके तत्कालीन भारतीय एवं विश्व के वैज्ञानिकों से हुए संवादों को प्रदर्शित किया गया है। जिनमें मुख्य रूप सें:-गांधी और आइन्सटाइन, आकाश अवलेाकन में अभिरूचि, गांधी एवं विज्ञान - प्रौद्योगिकीय नवोन्मेष, गांधी एवं समकालीन भारतीय वैज्ञानिक, उपयुक्त प्रौद्योगिकी एवं स्थायी विकास, चरखा - प्रयोग एवं नवोन्मेष के लिए एक महान उपकरण, भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलूरू में गांधी, गांधी, चिकित्सा विज्ञान व नैतिकता, औद्योगिकीकरण पर उनका दृष्टिकोण, गांधी और विज्ञान के आधुनिक उपकरण, गांधी की आत्मकथा ‘‘साथ के सथ मेेरे प्रसंग’’ की कहानी, गांधी, भारत में नवोन्मेष एवं लघु उद्यमी, शिक्षा पर विचार, गांधी प्रकृति एवं पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर उनके विचार प्रदर्शित किये गयें है।
150 वर्ष पूर्व गुजरात के छोटे से तटीय नगर में जन्में भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचन्द गांधी अपने अहिंसात्मक विरोध, हर कीमत पर सत्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता, निर्धनो के उत्थान एवं गांवों की आत्मनिर्भरता में अपनी आस्था के फलस्वरूप विश्वभर मे प्रशंसा के पात्र है। परन्तु बहुत कम लोगो को उनके विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर विचारो के बारे में पता है।
इस प्रदर्शनी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विज्ञान के प्रति विचारों एवं उनके तत्कालीन भारतीय एवं विश्व के वैज्ञानिकों से हुए संवादों को प्रदर्शित किया गया है। जिनमें मुख्य रूप सें:-गांधी और आइन्सटाइन, आकाश अवलेाकन में अभिरूचि, गांधी एवं विज्ञान - प्रौद्योगिकीय नवोन्मेष, गांधी एवं समकालीन भारतीय वैज्ञानिक, उपयुक्त प्रौद्योगिकी एवं स्थायी विकास, चरखा - प्रयोग एवं नवोन्मेष के लिए एक महान उपकरण, भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलूरू में गांधी, गांधी, चिकित्सा विज्ञान व नैतिकता, औद्योगिकीकरण पर उनका दृष्टिकोण, गांधी और विज्ञान के आधुनिक उपकरण, गांधी की आत्मकथा ‘‘साथ के सथ मेेरे प्रसंग’’ की कहानी, गांधी, भारत में नवोन्मेष एवं लघु उद्यमी, शिक्षा पर विचार, गांधी प्रकृति एवं पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर उनके विचार प्रदर्शित किये गयें है।
150 वर्ष पूर्व गुजरात के छोटे से तटीय नगर में जन्में भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचन्द गांधी अपने अहिंसात्मक विरोध, हर कीमत पर सत्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता, निर्धनो के उत्थान एवं गांवों की आत्मनिर्भरता में अपनी आस्था के फलस्वरूप विश्वभर मे प्रशंसा के पात्र है। परन्तु बहुत कम लोगो को उनके विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर विचारो के बारे में पता है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
जयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement