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3267 करोड़ रुपये की पेयजल योजना होगी शुरू, बागवानी को मिलेंगे 1134 करोड़ रु.
कांगड़ा। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक
व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने और खेतीबाड़ी के
लिए बेहतर सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने के लिए ठोस रणनीति पर कार्य कर रही
है। ठाकुर गणतंत्र दिवस पर समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा शीघ्र ही राज्य सरकार द्वारा ”ब्रिक्स फंडिग“ के द्वारा
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिये 3267 करोड़ रुपये की पेयजल योजना शुरू
की जा रही है। इस योजना से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं
को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्र को
बढ़ावा देने के लिये सरकार द्वारा 1134 करोड़ रुपये की योजना शीघ्र शुरू की
जा रही है।
बागवानी अधिकारियों ने गोद लीं 133 पचायतें, संवारेंगे बागवानी की सूरत
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अनूठी पहल के तहत बागवानी विभाग के अधिकारियों ने 3-3 पंचायतें गोद लेने का निर्णय लिया है। ये अधिकारी स्वयं अतिरिक्त प्रयास कर इन पंचायतों में बागवानी की सूरत संवारेंगे। पहले चरण में अधिकारियों ने प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र की 133 पंचायतें गोद ली हैं। यहां बागवानी की विभिन्न योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन तय करने के अलावा वे पौधरोपण एवं लगाए गए पौधों का संरक्षण भी सुनिश्चित करेंगे। इस कार्यक्रम को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
बुुुुजुर्गों, कमजोरों की हितैषी सरकार, बेसहारा पशुओं की समस्या से भी पाएंगे पार
उन्होंने कहा कि गरीब और कमजोर लोगों का कल्याण सरकार की प्राथमिकता है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की आयुसीमा को 80 वर्ष से घटा कर 70 वर्ष किया गया है। सरकार समाज के कमज़ोर व उपेक्षित वर्गों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि विकास के लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या को लेकर सरकार गंभीर है, इस समस्या के निदान के लिये मंत्री मंडल स्तर पर उप समिति का गठन किया गया है और शीघ्र ही इसे लेकर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी तथा कार्य आरम्भ किया जाएगा।
आठ फीसदी अंतरिम राहत पर मुख्यमंत्री को कहा धन्यवाद, कर्मचारियों को बधाई
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारी हितैषी है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पूर्ण राज्यत्व दिवस के अवसर पर बीते कल कुल्लू के आनी में हुए समारोह में प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों को आठ फीसदी अंतरिम राहत प्रदान करने की महत्वपूर्ण घोषणा की है।उन्होंने इस घोषणा के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए सभी कर्मचारियों एवं पेंशनरों को बधाई दी।
उड़ान योजना के लिए जताया प्रधानमंत्री का आभार
सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल प्रदेश को उड़ान योजना में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के बेहतर समन्वय एवं आपसी तालमेल का ही सुफल है कि हिमाचल प्रदेश को उड़ान योजना में शामिल किया गया है, जिससे लोगों को प्रदेश में विभिन्न गन्तव्यों के लिये सस्ती दरों पर हैलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे सड़क मार्ग से यात्रा समय में बचत के अलावा पर्यटन क्षेत्र को निश्चित रूप से बढ़ावा मिलेगा। ये सेवाएं कसौली से शिमला, मनाली से कुल्लू, मण्डी से धर्मशाला, कुल्लू और शिमला, नाथपा-झाकड़ी से रामपुर के लिए, रामपुर से नाथपा-झाकड़ी तथा शिमला और शिमला से कसौली, मण्डी और रामपुर के लिए प्रदान की जाएंगी।
पदमश्री सम्मान पर धर्मशाला के दो विद्वानों को दी बधाई
इस अवसर पर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने धर्मशाला के दो प्रख्यात विद्वानों को पदमश्री सम्मान मिलने पर बधाई दी। उन्होंने तिब्बती उपचार पद्धति से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज करने वाले मैकलोडगंज के निवासी येशी ढोंडेन और मूल रूप से धर्मशाला के श्यामनगर के निवासी भू-विज्ञानी डॉ. विक्रम चंद्र ठाकुर को पदमश्री सम्मान के लिए बधाई दी। पूर्व में वाडिया इंस्टीटयूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, देहरादून के निदेशक रहे डॉ. विक्रम चंद्र ठाकुर ने भू विज्ञान क्षेत्र में विभिन्न शोध सहित भूकंप अध्ययन के क्षेत्र में विशेष कार्य किया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्र में यह विशिष्ठ सम्मान प्राप्त कर इन दोनों विद्वानों ने पूरे हिमाचल का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने युवाओं से ऐसे प्रेरणादायक व्यक्तित्वों से सीख लेने और विज्ञान के क्षेत्र में रूचि लेकर कार्य करने का आह्वान किया।
बागवानी अधिकारियों ने गोद लीं 133 पचायतें, संवारेंगे बागवानी की सूरत
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अनूठी पहल के तहत बागवानी विभाग के अधिकारियों ने 3-3 पंचायतें गोद लेने का निर्णय लिया है। ये अधिकारी स्वयं अतिरिक्त प्रयास कर इन पंचायतों में बागवानी की सूरत संवारेंगे। पहले चरण में अधिकारियों ने प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र की 133 पंचायतें गोद ली हैं। यहां बागवानी की विभिन्न योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन तय करने के अलावा वे पौधरोपण एवं लगाए गए पौधों का संरक्षण भी सुनिश्चित करेंगे। इस कार्यक्रम को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
बुुुुजुर्गों, कमजोरों की हितैषी सरकार, बेसहारा पशुओं की समस्या से भी पाएंगे पार
उन्होंने कहा कि गरीब और कमजोर लोगों का कल्याण सरकार की प्राथमिकता है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की आयुसीमा को 80 वर्ष से घटा कर 70 वर्ष किया गया है। सरकार समाज के कमज़ोर व उपेक्षित वर्गों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि विकास के लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या को लेकर सरकार गंभीर है, इस समस्या के निदान के लिये मंत्री मंडल स्तर पर उप समिति का गठन किया गया है और शीघ्र ही इसे लेकर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी तथा कार्य आरम्भ किया जाएगा।
आठ फीसदी अंतरिम राहत पर मुख्यमंत्री को कहा धन्यवाद, कर्मचारियों को बधाई
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारी हितैषी है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पूर्ण राज्यत्व दिवस के अवसर पर बीते कल कुल्लू के आनी में हुए समारोह में प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों को आठ फीसदी अंतरिम राहत प्रदान करने की महत्वपूर्ण घोषणा की है।उन्होंने इस घोषणा के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए सभी कर्मचारियों एवं पेंशनरों को बधाई दी।
उड़ान योजना के लिए जताया प्रधानमंत्री का आभार
सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल प्रदेश को उड़ान योजना में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के बेहतर समन्वय एवं आपसी तालमेल का ही सुफल है कि हिमाचल प्रदेश को उड़ान योजना में शामिल किया गया है, जिससे लोगों को प्रदेश में विभिन्न गन्तव्यों के लिये सस्ती दरों पर हैलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे सड़क मार्ग से यात्रा समय में बचत के अलावा पर्यटन क्षेत्र को निश्चित रूप से बढ़ावा मिलेगा। ये सेवाएं कसौली से शिमला, मनाली से कुल्लू, मण्डी से धर्मशाला, कुल्लू और शिमला, नाथपा-झाकड़ी से रामपुर के लिए, रामपुर से नाथपा-झाकड़ी तथा शिमला और शिमला से कसौली, मण्डी और रामपुर के लिए प्रदान की जाएंगी।
पदमश्री सम्मान पर धर्मशाला के दो विद्वानों को दी बधाई
इस अवसर पर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने धर्मशाला के दो प्रख्यात विद्वानों को पदमश्री सम्मान मिलने पर बधाई दी। उन्होंने तिब्बती उपचार पद्धति से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज करने वाले मैकलोडगंज के निवासी येशी ढोंडेन और मूल रूप से धर्मशाला के श्यामनगर के निवासी भू-विज्ञानी डॉ. विक्रम चंद्र ठाकुर को पदमश्री सम्मान के लिए बधाई दी। पूर्व में वाडिया इंस्टीटयूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, देहरादून के निदेशक रहे डॉ. विक्रम चंद्र ठाकुर ने भू विज्ञान क्षेत्र में विभिन्न शोध सहित भूकंप अध्ययन के क्षेत्र में विशेष कार्य किया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्र में यह विशिष्ठ सम्मान प्राप्त कर इन दोनों विद्वानों ने पूरे हिमाचल का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने युवाओं से ऐसे प्रेरणादायक व्यक्तित्वों से सीख लेने और विज्ञान के क्षेत्र में रूचि लेकर कार्य करने का आह्वान किया।
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