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राजसमंद झील के चारों ओर बने वलय मार्ग - दीप्ति किरण माहेश्वरी
राजसमंद । भाजपा की युवा नेत्री दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि राजसमंद झील के चारों ओर एक वलय मार्ग - रिंग रोड़ बनाई जाए। झील में मछली पकड़ने के प्रतिबंध को सख्ती से लागु किया जाए। गोमती नदी का पुर्नउद्धार किया जाए। वे लवाणा ग्राम में भद्रजन सम्मान समारोह को संबोधित कर रही थी।
दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि विगत सवा दो वर्ष में गांवों में एक भी विकास राज्य सरकार ने नहीं करवाया। डी एम एफ टी कोष पर पुरा अधिकार संबंधित जिले का ही होता है। कांग्रेस सरकार ने अपना घाटा पुरा करने के लिए राजसमंद जिले के 500 करोड़ रुपये जयपुर स्थानान्तिरत कर दिए।
दीप्ति किरण माहेश्वरी के स्वागत में पुरा गांव उमड़ गया था। भारी संख्या में उपस्थित महिलाओं एवं बच्चों के समूह ने किरण माहेश्वरी अमर रहे के नारे लगाए। दीप्ति ने स्व. किरण माहेश्वरी के प्रति अपार स्नेह एवं सम्मान व्यक्त करने के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि पूरा राजसमंद उनके लिए एक परिवार था।
सभा में अम्बालाल कुमावत, रामलाल लौहार, श्यामलाल कुमावत, गेहरीदास वैष्णव, जमना शंकर पालीवाल, रमेश पालीवाल, किशन कुमावत भगवान्दा ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किरण जी ने पुरे गांव को परिवार मानते हुए हर सुख दुख में भागीदारी निभाई। यहां विकास कार्यो में भी कोई कमी नहीं रखी। उनके बलिदान से पूरे क्षेत्र की अपूरणीय क्षति हुई है।
दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि विगत सवा दो वर्ष में गांवों में एक भी विकास राज्य सरकार ने नहीं करवाया। डी एम एफ टी कोष पर पुरा अधिकार संबंधित जिले का ही होता है। कांग्रेस सरकार ने अपना घाटा पुरा करने के लिए राजसमंद जिले के 500 करोड़ रुपये जयपुर स्थानान्तिरत कर दिए।
दीप्ति किरण माहेश्वरी के स्वागत में पुरा गांव उमड़ गया था। भारी संख्या में उपस्थित महिलाओं एवं बच्चों के समूह ने किरण माहेश्वरी अमर रहे के नारे लगाए। दीप्ति ने स्व. किरण माहेश्वरी के प्रति अपार स्नेह एवं सम्मान व्यक्त करने के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि पूरा राजसमंद उनके लिए एक परिवार था।
सभा में अम्बालाल कुमावत, रामलाल लौहार, श्यामलाल कुमावत, गेहरीदास वैष्णव, जमना शंकर पालीवाल, रमेश पालीवाल, किशन कुमावत भगवान्दा ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किरण जी ने पुरे गांव को परिवार मानते हुए हर सुख दुख में भागीदारी निभाई। यहां विकास कार्यो में भी कोई कमी नहीं रखी। उनके बलिदान से पूरे क्षेत्र की अपूरणीय क्षति हुई है।
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