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रेनू देवी के हौंसलों को मिली उड़ान, बनाई अपनी नई पहचान
पालमपुर, कांगड़ा। जिले के पालमपुर तहसील में स्थित है बगोड़ा गांव। इस गांव की रेनू देवी ने अपने दृढ़निश्चय व आत्मविश्वास के बूते अलग पहचान बनाई है। अपनी मेहनत द्वारा किये जा रहे कार्य के कारण वह अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनी हुई हैं। रेनू ने जिदंगी की तमाम बाधाओं को पार करते हुए अपने घर की आर्थिक स्थिति को बदल डाला है और एक नई सामाजिक पहचान बनाई है। रेनू जब शादी करने के उपंरात जब बगोड़ा गांव में अपने ससुराल आई थीं, उस समय घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी। अपने घर की आर्थिक स्थिति को ठीक करने के उदे्दश्य से उसने अपने पति के साथ खेतीबाड़ी में हाथ बंटाना शुरू कर दिया, परन्तु दोनों मिलकर भी इतना नहीं कमा पाते थे कि अपने परिवार की सही ढंग से परवरिश कर सकें।
ऐसे में रेनू को पंजाब नैशनल बैंक के धर्मशाला स्थित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा चलाए गए उद्यमिता जागरूकता शिविर में संस्थान द्वारा करवाये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी मिली। उन्हें आशा की किरण नजर आई और उन्होंने तुरन्त 6 दिन के डेयरी फार्मिंग के प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर दिया।
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा उद्यमिता विकास का प्रशिक्षण पाकर इनके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि हुई। वे बताती हैं कि उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत अपने पति के साथ लगभग 3 लाख रूपये की पूंजी लगाकर डेयरी फार्मिंग का कार्य शुरू किया।
ऐसे में रेनू को पंजाब नैशनल बैंक के धर्मशाला स्थित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा चलाए गए उद्यमिता जागरूकता शिविर में संस्थान द्वारा करवाये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी मिली। उन्हें आशा की किरण नजर आई और उन्होंने तुरन्त 6 दिन के डेयरी फार्मिंग के प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर दिया।
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा उद्यमिता विकास का प्रशिक्षण पाकर इनके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि हुई। वे बताती हैं कि उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत अपने पति के साथ लगभग 3 लाख रूपये की पूंजी लगाकर डेयरी फार्मिंग का कार्य शुरू किया।
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