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पंजाब में अब रोबोट करेंगे सीवरेज की सफ़ाई: रजि़या सुल्ताना
चंडीगढ़। पंजाब सरकार के जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग ने राज्य में सीवरेज़ की सफ़ाई मानव-रहित करने की बड़ी पहलकदमी के अंतर्गत आधुनिक तकनीक वाले रोबोट के साथ सीवरेज़ साफ़ करने के प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहना दिया है। राज्य में अब रोबोट सीवरेज़ साफ़ किया करेंगे।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री रजिय़ा सुल्ताना ने सोमवार काे यहां बताया कि सीवरेज़ की सफ़ाई रोबोट द्वारा करने के प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरुआत जि़ला मुक्तसर साहिब में माघ के पहले दिन के पवित्र त्योहार के अवसर पर किया जाएगा। सुल्ताना ने बताया कि पहले पड़ाव के अंतर्गत केरला की जेनरोबोटिक्स कंपनी द्वारा आधुनिक तकनीक द्वारा तैयार की गई रोबोटिक मशीन ‘‘बैंडीकूट’’ जि़ला मुक्तसर साहिब में सीवरेज़ की सफ़ाई का काम मानव रहित कर देगी, जिससे सफ़ाई कर्मचारियों को गंभीर समस्याओं जैसे कि सीवरेज में उतरने के खतरे और जहरीली गैसों से होने वाले मानवीय स्वास्थ्य को नुकसान से बचाव होगा। इसके अलावा घंटों का काम बहुत कम समय में करना यकीनी बनाया जा सकेगा।
जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ने बताया कि इस मशीन के साथ गंदगी की (मैला) ढुलाई की समस्या, जहरीली गैसों और सीवरेज के पानी और कीचड़ से मानवीय शरीर को होने वाले नुकसान, इनफ़ेक्शन और भयानक बीमारियों से छुटकारा मिलने के साथ-साथ गंदगी की (मैला) ढुलाई की समस्या से भी पक्के तौर पर निजात मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस विलक्षण कार्य से अब सफ़ाई कर्मचारियों और सीवर सफ़ाई के कार्य में लगे कर्मचारियों के स्वाभिमान में भी विस्तार होगा।
सुल्ताना ने बताया कि करीब 90 लाख रुपए की लागत वाली रोबोटिक तकनीक से लैस दो मशीनों के द्वारा मुक्तसर साहिब में सीवर सफ़ाई का कार्य शुरू करने से पंजाब, देश का सातवां ऐसा राज्य बन जायेगा जबकि जि़ला मुक्तसर साहिब यह नवीनतम तकनीक अपनाने वाला राज्य का पहला जि़ला बनकर उभरेगा, जहां रोबोट से सीवरेज की सफ़ाई की जाती हो। उन्होंने बताया कि सीवरेज पाईपों में ज़हरीली गैस का पता लगाने के लिए सेंसर प्रणाली से लैस और कार्बन फाइबर बॉडी वाले कम भार वाले यह रोबोट वॉटरप्रूफ होंगे और पानी में गहराई तक जाकर काम कर सकेंगे। मानव की बाजूओं की तरह काम करने के सामर्थ्य वाले रोबोट को सफ़ाई कर्मचारी की सुविधा के अनुसार डिज़ाइन किया गया है। इन रोबोट्स को आसानी से चलाया जा सकता है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री रजिय़ा सुल्ताना ने सोमवार काे यहां बताया कि सीवरेज़ की सफ़ाई रोबोट द्वारा करने के प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरुआत जि़ला मुक्तसर साहिब में माघ के पहले दिन के पवित्र त्योहार के अवसर पर किया जाएगा। सुल्ताना ने बताया कि पहले पड़ाव के अंतर्गत केरला की जेनरोबोटिक्स कंपनी द्वारा आधुनिक तकनीक द्वारा तैयार की गई रोबोटिक मशीन ‘‘बैंडीकूट’’ जि़ला मुक्तसर साहिब में सीवरेज़ की सफ़ाई का काम मानव रहित कर देगी, जिससे सफ़ाई कर्मचारियों को गंभीर समस्याओं जैसे कि सीवरेज में उतरने के खतरे और जहरीली गैसों से होने वाले मानवीय स्वास्थ्य को नुकसान से बचाव होगा। इसके अलावा घंटों का काम बहुत कम समय में करना यकीनी बनाया जा सकेगा।
जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ने बताया कि इस मशीन के साथ गंदगी की (मैला) ढुलाई की समस्या, जहरीली गैसों और सीवरेज के पानी और कीचड़ से मानवीय शरीर को होने वाले नुकसान, इनफ़ेक्शन और भयानक बीमारियों से छुटकारा मिलने के साथ-साथ गंदगी की (मैला) ढुलाई की समस्या से भी पक्के तौर पर निजात मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस विलक्षण कार्य से अब सफ़ाई कर्मचारियों और सीवर सफ़ाई के कार्य में लगे कर्मचारियों के स्वाभिमान में भी विस्तार होगा।
सुल्ताना ने बताया कि करीब 90 लाख रुपए की लागत वाली रोबोटिक तकनीक से लैस दो मशीनों के द्वारा मुक्तसर साहिब में सीवर सफ़ाई का कार्य शुरू करने से पंजाब, देश का सातवां ऐसा राज्य बन जायेगा जबकि जि़ला मुक्तसर साहिब यह नवीनतम तकनीक अपनाने वाला राज्य का पहला जि़ला बनकर उभरेगा, जहां रोबोट से सीवरेज की सफ़ाई की जाती हो। उन्होंने बताया कि सीवरेज पाईपों में ज़हरीली गैस का पता लगाने के लिए सेंसर प्रणाली से लैस और कार्बन फाइबर बॉडी वाले कम भार वाले यह रोबोट वॉटरप्रूफ होंगे और पानी में गहराई तक जाकर काम कर सकेंगे। मानव की बाजूओं की तरह काम करने के सामर्थ्य वाले रोबोट को सफ़ाई कर्मचारी की सुविधा के अनुसार डिज़ाइन किया गया है। इन रोबोट्स को आसानी से चलाया जा सकता है।
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