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EXCLUSIVE : राजस्थान के 9 निजी विवि की अनियमितताओं की जांच की प्रगति रिपोर्ट, पढ़ें
सत्येंद्र शुक्ला
जयपुर । अगर आप अपने 12वीं पास छात्र-छात्राओं को राजस्थान के निजी विश्वविद्यालयों में शिक्षण सत्र 2019 से प्रवेश दिलाने जा रहे है, तो सबसे पहले प्रदेश की 9 निजी यूनिवर्सिटी की जांच के लिए गठित समितियों की प्रगति रिपोर्ट पर नजर डाल ले।
खास खबर डॉट कॉम को मिली इस रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की 9 प्राइवेट यूनिवर्सिटी पर पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार ने फर्जी डिग्री और अन्य गंभीर अनियमतिताएं पाए जाने पर विभिन्न जांच समितियां बनाकर जांच कराई थी। इसमें सिर्फ एक माधव यूनिवर्सिटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद जांच बंद हुई है। बाकी अन्य 8 निजी यूनिवर्सिटी जांच विचाराधीन है या इनकी जांच रिपोर्ट आना बाकी है। उच्च शिक्षा विभाग की प्रगति रिपोर्ट में जांच में घेरे में आई निजी यूनिवर्सिटी की पोल खोली गई है। अब गहलोत सरकार को इन निजी यूनिवर्सिटी को जांच रिपोर्ट को लेकर आगे फैसला करना है।
1. माधव विश्वविद्यालय, पिंडवाडा, सिरोही
जांच के घेरे में आई माधव विश्वविद्यालय पिंडवाड़ा सिरोही को जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को प्राप्त हो चुकी है। इस यूनिवर्सिटी की जांच के लिए गठित कमेटी ने यूनिवर्सिटी को पत्र प्रेषित करके कमियों की पूर्ति एक महीने के पूरी करके अनुपालना रिपोर्ट मांगी थी। माधव यूनिवर्सिटी ने निर्देशानुसार जांच समिति को पालना रिपोर्ट भेज दी है और समिति ने पालना को पूर्ण माना है। इसके चलते अब माधव यूनिवर्सिटी की जांच बंद कर दी गई है।
2. ओपीजेएस विश्वविद्यालय, चूरू
इस यूनिवर्सिटी की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। विश्वविद्यालय में पाई गई गंभीर अनियमितताओं के संबंध में धारा 44 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब भी प्राप्त हो चुका है। लेकिन जवाब को संतोषप्रद नहीं पाया गया है और धारा 44 (2 व 3) के तहत प्रो. अनिल कोठारी, निदेशक फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुर के संयोजन में जांच समिति गठित की जा चुकी है। ओपीजेएस विश्वविद्यालय ने इस मामले में विभागीय नोटिस के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में याचिका भी दायर की है। इसके लिए तथ्यात्मक रिपोर्ट ओआईसी को उपलब्ध करवा दी गई है। वहीं जांच समिति से रिपोर्ट आना बाकी है।
जयपुर । अगर आप अपने 12वीं पास छात्र-छात्राओं को राजस्थान के निजी विश्वविद्यालयों में शिक्षण सत्र 2019 से प्रवेश दिलाने जा रहे है, तो सबसे पहले प्रदेश की 9 निजी यूनिवर्सिटी की जांच के लिए गठित समितियों की प्रगति रिपोर्ट पर नजर डाल ले।
खास खबर डॉट कॉम को मिली इस रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की 9 प्राइवेट यूनिवर्सिटी पर पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार ने फर्जी डिग्री और अन्य गंभीर अनियमतिताएं पाए जाने पर विभिन्न जांच समितियां बनाकर जांच कराई थी। इसमें सिर्फ एक माधव यूनिवर्सिटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद जांच बंद हुई है। बाकी अन्य 8 निजी यूनिवर्सिटी जांच विचाराधीन है या इनकी जांच रिपोर्ट आना बाकी है। उच्च शिक्षा विभाग की प्रगति रिपोर्ट में जांच में घेरे में आई निजी यूनिवर्सिटी की पोल खोली गई है। अब गहलोत सरकार को इन निजी यूनिवर्सिटी को जांच रिपोर्ट को लेकर आगे फैसला करना है।
1. माधव विश्वविद्यालय, पिंडवाडा, सिरोही
जांच के घेरे में आई माधव विश्वविद्यालय पिंडवाड़ा सिरोही को जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को प्राप्त हो चुकी है। इस यूनिवर्सिटी की जांच के लिए गठित कमेटी ने यूनिवर्सिटी को पत्र प्रेषित करके कमियों की पूर्ति एक महीने के पूरी करके अनुपालना रिपोर्ट मांगी थी। माधव यूनिवर्सिटी ने निर्देशानुसार जांच समिति को पालना रिपोर्ट भेज दी है और समिति ने पालना को पूर्ण माना है। इसके चलते अब माधव यूनिवर्सिटी की जांच बंद कर दी गई है।
2. ओपीजेएस विश्वविद्यालय, चूरू
इस यूनिवर्सिटी की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। विश्वविद्यालय में पाई गई गंभीर अनियमितताओं के संबंध में धारा 44 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब भी प्राप्त हो चुका है। लेकिन जवाब को संतोषप्रद नहीं पाया गया है और धारा 44 (2 व 3) के तहत प्रो. अनिल कोठारी, निदेशक फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुर के संयोजन में जांच समिति गठित की जा चुकी है। ओपीजेएस विश्वविद्यालय ने इस मामले में विभागीय नोटिस के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में याचिका भी दायर की है। इसके लिए तथ्यात्मक रिपोर्ट ओआईसी को उपलब्ध करवा दी गई है। वहीं जांच समिति से रिपोर्ट आना बाकी है।
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